सिवनी: जिले के लखनादौन जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बंजारी का उपग्राम ढोड़ा माल आजादी के 70 साल बाद भी मूल सुविधाओं से वंचित है. इस गांव में अब तक सड़क नहीं पहुंची है और ना ही कोई खास सुख सुविधाएं है. यहां स्वास्थ्य सुविधा नाम मात्र की है और डॉक्टर के नाम पर केवल एक आशा कार्यकर्ता है, जो कभी कभार ही इलाज करने आती है. तेज बुखार या गंभीर बीमारी होने पर मरीज को चारपाई से ले जाना पड़ता है. रास्ते कीचड़ भरे व उबड़ खाबड़ हैं. बारिश के दिनों में तो सबसे ज्यादा परेशानियां होती है.
बारिश ने बिगाड़ा खेल
हाल ही में हुई तेज बारिश से इस गांव की हालत बद से बदतर हो गई है. यहां के लोग नरक में जीवन जी रहे है. बारिश के बाद यहां बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई थी. गांव से गुजरे वाले नाले में आई बाढ़ ने लगभग 50 से 60 एकड़ के किसानों की फसल को तो बर्बाद ही किया. यहां तक की खेत के खेत बहा ले गई. ढोड़ा माल से डोडा रैयत तक जाने वाली कच्ची सड़क का तो नामो निशान ही मिटा दिया है. वहीं जबलपुर और सिवनी जिले की सीमावर्ती इलाके में बसे होने की वजह से नेशनल हाईवे 34 से डोडा माल की ओर जाने वाला सड़क मार्ग का करीब ढाई किलोमीटर जबलपुर जिले के हिस्से में आता है. वहीं आधा हिस्सा सिवनी जिले की सीमा में आता है. जिसकी वजह से गांव के लोग परेशान हो गए हैं.
सड़क ना होने से स्कूल नहीं आते शिक्षक
सिवनी और जबलपुर के बीच में होने की वजह से इस गांव में ना तो सड़क है और बिजली, साफ पानी जैसी मूलभूत की बेहद कमी है. यहां के शिक्षक स्कूल तो आना चाहते हैं पर रोड और सड़क न होने की वजह से परेशान है. इस गांव में ना तो पुलिस पहुंचती है और ना ही एंबुलेंस पहुंचती है. ग्रामीण चारपाई के जरिए मरीज को रोड तक ले जाते है.
प्रशासन बेखबर पर बेखबर होने का आरोप?
यहां के ग्रामीणों ने जनपद पंचायत और जिले के जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार आवेदन दे चुकें हैं. इसके बावजूद ग्रामीणों को मुलभुत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. क्षेत्रीय विधायक योगेंद्र सिंह बाबा और सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते को भी गांव की दुर्दशा की जानकारी है पर आज तक दोनों ही नेता गांव में प्रवेश नहीं किया है.
सिवनी जिला प्रशासन का क्या है कहना
लखनादौन जनपद पंचायत के CEO केके रैकवार ने बताया कि डोडामाल गांव की सड़क 2 साल पहले जनपद पंचायत से स्वीकृत हो चुकी है. लेकिन कुछ हिस्सा वन भूमि का है. वन विभाग की NOC नहीं मिली है इसलिए काम शुरू नहीं हो पाया है. वन विभाग की NOC के बाद काम शुरू हो पाएगा.