सिवनी। सरकारी योजनाओं का लाभ कितने पात्र लोगों को मिल पाता है इस बात से हर कोई वाकिफ है, फिर भी समाज में कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें जिन योजनाओं का लाभ मिलना जरूरी हो जाता है ताकि उन्हें दो वक्त की रोटी मिल सके. सिवनी के इस वृद्ध अपाहिज दंपति की आपबीती सुनकर आप भी सरकारी सिस्टम पर उंगली उठाते नजर आएंगे.
अपाहिज वृद्ध दंपति को नहीं मिल रही पेंशन
मामला सिवनी जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत कान्हीवाड़ा ग्राम मुख्यालय का है. यहां वार्ड क्रमांक 10 में 70 साल के सहतरलाल साहू और उनकी पत्नी एक जर्जर घर में रहते हैं. इन दोनों की कोई संतान नहीं है. बताया जाता है कि इन दोनों को पहले वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिलता था लेकिन कुछ साल से इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. पेंशन किस कारण से बंद हुई यह इन दोनों को पता नहीं. लकड़ी के चूल्हे पर ही खाना बनता है. वृद्ध श्यामबाई बताती हैं कि उज्ज्वला योजना समेत लाड़ली बहना योजना का लाभ नहीं मिला. पेंशन मिलती थी वह भी बंद हो गई. वे बताती हैं कि एक वक्त के खाने के लिए कुछ सरकारी राशन मिल जाता है.
दंपति को खाने के पड़े लाले
मध्य प्रदेश शासन की वृद्ध पेंशन योजना, विकलांग पेंशन योजना का लाभ भी मिलना बंद हो गया, जिस कारण यह दोनों पति-पत्नी दंपति को खाने के लाले पड़ गए हैं. वार्ड क्रमांक 10 की पंच विनीता नामदेव बताती हैं कि "उन्होंने कई बार कोशिश की लेकिन पेंशन चालू नहीं हुई. ना तो आवास योजना का लाभ मिला है ना ही उज्जवल योजना का लाभ."
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क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
इस वृद्ध दंपति की पेंशन और अन्य सुविधाओं को लेकर भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन का कहना है कि "पहले इन्हें पेंशन मिलती थी लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते बंद हो गई ऐसी स्थिति में मामला संज्ञान में आने पर इनकी पेंशन चालू करवाई जाएगी." इधर कांग्रेस विधायक रजनीश सिंह का कहना है कि "सरकार की नाकामी है. पहले तो पेंशन की सुविधा मिलती थी लेकिन फिर क्यों बंद हो गई. इसके लिए प्रशासन ही जिम्मेदार है." रोजगार सहायक सचिव संजू बलवंशी का कहना है कि "समग्र आईडी में गड़बड़ी के चलते पेंशन बंद हो गई थी. इसे ठीक किया गया है और अगले माह से पेंशन मिलना शुरू हो जाएगी."