ETV Bharat / state

देहरादून में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ सहायक को विजिलेंस ने रिश्वत लेते रंगे हाथ किया गिरफ्तार - HEALTH DEPARTMENT EMPLOYEE ARRESTED

डीजी मेडिकल हेल्थ और परिवार कल्याण दफ्तर का वरिष्ठ सहायक रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, रिएंबर्समेंट भुगतान के लिए मांगी घूस

HEALTH DEPARTMENT EMPLOYEE ARRESTED
महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (Photo- ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 15, 2024, 2:48 PM IST

देहरादून: विजिलेंस की टीम ने आज एक बार फिर बड़ा एक्शन लेते हुए वरिष्ठ सहायक, महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखंड देहरादून को 6,000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. विजिलेंस की टीम द्वारा आरोपी के ठिकानों पर छापेमारी की जारी है. साथ ही अन्य स्थानों पर चल अचल संपत्ति के संबंध में पूछताछ की जा रही है.

स्वास्थ्य विभाग का वरिष्ठ सहायक रिश्वत लेते गिरफ्तार: बताया जा रहा है कि पीड़ित ने सतर्कता अधिष्ठान में शिकायत दर्ज करायी थी कि चिकित्सा प्रतिपूर्ति (Medical reimbursement) के भुगतान के लिए वरिष्ठ सहायक, महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखंड देहरादून द्वारा 8,500 की रिश्वत की मांग की गयी थी. पीड़ित के अनुसार इसमें से पहले 2,500 रुपए अधिकारी को दे दिए गये थे. उसके बाद पीड़ित रिश्वत नहीं देना चाहता था.

मेडिकल रिएंबर्समेंट के लिए मांग रहा था रिश्वत: विजिलेंस की टीम द्वारा पीड़ित की शिकायत पर जांच पड़ताल की गई. शिकायत सही पाए जाने पर आज मंगलवार को विजिलेंस की टीम ने महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखंड देहरादून में तैनात आरपी वरिष्ठ सहायक को 06 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए अरेस्ट किया है. साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसके आवास की तलाशी ली जा रही है. अन्य स्थानों पर चल अचल संपत्ति के संबंध में पूछताछ की जा रही है.

विजिलेंस ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा: निदेशक सतर्कता वी मुरुगेशन ने बताया है कि ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है. उन्होंने कहा कि यदि कोई राज्य के सरकारी विभागों में नियुक्त अधिकारी और कर्मचारी सहित लोक सेवक द्वारा लोक कर्तव्य के निर्वहन में अपने आचरण द्वारा या अन्य प्रकार के असम्यक लाभ के लिए अवैध मांग या किसी को प्रेरित कराकर रिश्वत की मांग की जाती है, या उसके द्वारा आय से अधिक अवैध सम्पत्ति अर्जित की गयी हो इसकी शिकायत करें. इस सम्बन्ध में सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री हेल्पलाइन नम्बर-1064 और Whatsapp नम्बर 9456592300 पर सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में निर्भीक होकर सूचना दें.
ये भी पढ़ें:

देहरादून: विजिलेंस की टीम ने आज एक बार फिर बड़ा एक्शन लेते हुए वरिष्ठ सहायक, महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखंड देहरादून को 6,000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. विजिलेंस की टीम द्वारा आरोपी के ठिकानों पर छापेमारी की जारी है. साथ ही अन्य स्थानों पर चल अचल संपत्ति के संबंध में पूछताछ की जा रही है.

स्वास्थ्य विभाग का वरिष्ठ सहायक रिश्वत लेते गिरफ्तार: बताया जा रहा है कि पीड़ित ने सतर्कता अधिष्ठान में शिकायत दर्ज करायी थी कि चिकित्सा प्रतिपूर्ति (Medical reimbursement) के भुगतान के लिए वरिष्ठ सहायक, महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखंड देहरादून द्वारा 8,500 की रिश्वत की मांग की गयी थी. पीड़ित के अनुसार इसमें से पहले 2,500 रुपए अधिकारी को दे दिए गये थे. उसके बाद पीड़ित रिश्वत नहीं देना चाहता था.

मेडिकल रिएंबर्समेंट के लिए मांग रहा था रिश्वत: विजिलेंस की टीम द्वारा पीड़ित की शिकायत पर जांच पड़ताल की गई. शिकायत सही पाए जाने पर आज मंगलवार को विजिलेंस की टीम ने महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखंड देहरादून में तैनात आरपी वरिष्ठ सहायक को 06 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए अरेस्ट किया है. साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसके आवास की तलाशी ली जा रही है. अन्य स्थानों पर चल अचल संपत्ति के संबंध में पूछताछ की जा रही है.

विजिलेंस ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा: निदेशक सतर्कता वी मुरुगेशन ने बताया है कि ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है. उन्होंने कहा कि यदि कोई राज्य के सरकारी विभागों में नियुक्त अधिकारी और कर्मचारी सहित लोक सेवक द्वारा लोक कर्तव्य के निर्वहन में अपने आचरण द्वारा या अन्य प्रकार के असम्यक लाभ के लिए अवैध मांग या किसी को प्रेरित कराकर रिश्वत की मांग की जाती है, या उसके द्वारा आय से अधिक अवैध सम्पत्ति अर्जित की गयी हो इसकी शिकायत करें. इस सम्बन्ध में सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री हेल्पलाइन नम्बर-1064 और Whatsapp नम्बर 9456592300 पर सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में निर्भीक होकर सूचना दें.
ये भी पढ़ें:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.