लखनऊ : अयोध्या में खालिस्तानी ग्रुप सुक्खा गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद यूपी पुलिस और सतर्क हो गई है. सिद्धार्थनगर, बहराइच, लखीमपुर, महराजगंज स्थित इंडो नेपाल में चौकसी बढ़ा दी गई है. इसके अलावा अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए लगाए गए हाईटेक टेक्नोलॉजी के उपकरण बारीक चीजों पर नजर बनाए रहे. डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक, अयोध्या में समारोह को सफल बनाने के लिए यूपी पुलिस छह माह से एक एक चीजों पर ध्यान देते हुए तैयारी कर रही थी. उन्होंने बताया कि अयोध्या में 8 हजार से अधिक जवान, दस हजार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड सीसीटीवी कैमरे, एक हजार से अधिक ड्रोन, एंटी ड्रोन सिस्टम और अत्याधुनिक स्मार्ट जैमर अयोध्या की सुरक्षा का जिम्मा उठा रहे हैं.
गली-गली में नजर रखेंगे फेस स्कैनर कैमरे : यूपी पुलिस के मुताबिक, अयोध्या की सुरक्षा के लिए हाईटेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है. करीब दस हजार AI टेक्नोलॉजी बेस्ड सीसीटीवी कैमरे व एक हजार ड्रोन पूरी राम नगरी पर नजर रख रहे हैं. इन कैमरों में रिकॉर्ड होने वाली फीड एक हाईटेक कंट्रोल रूम में आ रही है, जहां सैकड़ों एलईडी स्क्रीन पर चप्पे चप्पे की तस्वीरें दिख रही हैं. सीसीटीवी व ड्रोन पूरी अयोध्या में नजर रख रहे हैं. इन एआई बेस्ड कैमरों की मदद से हर संदिग्ध गतिविधि, व्यक्ति, संदिग्ध वस्तुओं पर नजर रखी जा रही है. ड्रोन कैमरा अयोध्या की हर गली में घुमाया जा रहा है और वहां से कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मी नजर रख रहे. इसके अलावा सरयू नदी पर भी यह ड्रोन उड़ रहे हैं. कुछ भी संदिग्ध दिखने पर तत्काल सुरक्षा कर्मियों को अलर्ट किया जाएगा.
भारत-पाकिस्तान सीमा में इस्तेमाल होने वाली टेक्नोलॉजी करेगी सुरक्षा : राम मंदिर और अयोध्या की सुरक्षा के लिए यूपी पुलिस ने किसी भी आतंकी साजिश को नाकाम करने की फुल प्रूफ तैयारी की है. अयोध्या में उस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो अब तक भारत पाकिस्तान सीमा पर किया जाता रहा है. योगी सरकार ने अयोध्या की हवा में ही किसी भी ड्रोन को नेस्तनाबूद करने के लिए केंद्र सरकार की मदद से छह एंटी ड्रोन सिस्टम लगाए हैं. यह एंटी ड्रोन सिस्टम एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसका इस्तेमाल मानवरहित हवाई डिवाइस को जैम करने के लिए किया जाता है. एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी रेडियो फ्रीक्वेंसी के जरिए हवा में उड़ रहे संदिग्ध ड्रोन की पहचान करती है और जैसे ही हवा में कोई संदिग्ध बात नजर आती है तो एंटी ड्रोन सिस्टम इसे तबाह कर देता है. इन एंटी ड्रोन को छह अलग-अलग प्वाइंट पर स्थापित किया गया है, जहां से पूरी रामनगरी में आसमान पर नजर रखी जा रही है.
एक झटके में अयोध्या में मोबाइल नेटवर्क कर देगा बंद : अयोध्या में स्मार्ट जैमर भी लगाए गए हैं. यह एक ऐसी डिवाइस है जिसे किसी इलाके की परिधि में मोबाइल नेटवर्क को बंद करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल अधिकतर ज्यादा भीड़ वाले कार्यक्रमों में किया जाता है ताकि कोई भी संदिग्ध मोबाइल की मदद से साजिश रच कोई हमला, हादसा न कर सके. ऐसे में आज अयोध्या में पीएम मोदी समेत देश भर से हजारों वीवीआईपी मेहमान जुटे. जिससे उनकी सुरक्षा के लिए यह टेक्नोलॉजी अहम भूमिका निभाएगा.
राम मंदिर की सुरक्षा के किए सिक्योरिटी डोम होगा स्थापित : राम मंदिर की सुरक्षा के लिए भी यूपी पुलिस और सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है. राम मंदिर प्रांगण में एक ऐसा सिक्योरिटी डोम तैयार किया गया है, जो 4.5 किलोमीटर के दायरे में किसी भी संदिग्ध डिवाइस जैसे मिसाइल या संदिग्ध ड्रोन उड़ता दिखता है तो उसे ट्रेस कर सुरक्षा अधिकारियों को अलर्ट कर देगा. इतना ही नहीं सुरक्षा अधिकारियों द्वारा निर्देशित करने पर यह डोम उस संदिग्ध का हवा में ही डायरेक्शन बदल देगा या तबाह कर देगा.
पुलिस के डाटाबेस में मौजूद अपराधी अयोध्या पहुंचे तो मिलेगा अलर्ट : बीते दिनों अयोध्या में तीन खालिस्तानियों की गिरफ्तारी के बाद यह बात तो साफ हो गई है, कि अयोध्या में सुरक्षा एजेंसियां कितनी सतर्क हैं. ऐसे ही आतंकियों और अपराधियों पर नजर बनाए रखने के लिए यूपी पुलिस और उसकी सभी यूनिट AI बेस्ड डेटाबेस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रही हैं. इसके तहत यदि कोई आतंकी या अपराधी, जिसकी डिटेल यूपी पुलिस के डेटा बेस में मौजूद है वह अयोध्या पहुंचता है तो AI फेस रेकोनाइज कैमरे उन्हें कवर कर तत्काल एटीएस और एसटीएफ को अलर्ट कर देंगे.
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