दुर्ग : दुर्ग जिले में बाइक चोर गैंग का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. आपको बता दें कि जिले में पिछले कुछ दिनों से बाइक चोरी के मामले सामने आ रहे थे.सबसे ज्यादा केस शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के थे.जिसमें मरीजों के परिजनों की गाड़ियां अस्पताल से चोरी हुईं थी. पुलिस ने इन चोरियों को गंभीरता से लिया और आरोपियों की तलाश शुरु की.जिसमें पुलिस को कामयाबी मिली. पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को अरेस्ट किया है. आरोपियों के पास से 10 लाख कीमत की 11 बाइक जब्त की गईं हैं.
चोरी के पैटर्न से पकड़ाए चोर : स्मृति नगर स्थित शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज की पार्किंग से लगातार मोटरसाइकिल चोरी हो रही थी.जिस पर पुलिस ने चोरी के पैटर्न की जांच की.इसके बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पतासाजी शुरु हुई. जिसमें पुलिस बाइक चोर गैंग के मास्टरमाइंड तक पहुंच गई.
एंबुलेंस ड्राइवर निकला चोर : जब पुलिस ने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उन्हें असली चोर मिल गया. जो अस्पताल में ही सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था. आरोपी का नाम आकाश चौबे है. जिसे पार्किंग एरिया की पूरी जानकारी थी.इसलिए वो आसानी से बाइक का लॉक तोड़ देता था. आरोपी आकाश चौबे अपने साथी एंबुलेंस ड्राइवर सतीश सिंह और अजय चौहान के साथ मिलकर बाइक चोरी की प्लानिंग करता था.इसके बाद दोनों की मदद से पार्किंग एरिया में खड़ी बाइक को पार करवा देता था. चोरी की बाइक को आरोपी सस्ते दामों में खपा देते थे.
''कॉलेज पार्किंग परिसर से 12 बाइक और स्कूटी चोरी हुई.सीसीटीवी का सर्विलेंस करने पर गार्ड आकाश चौबे को पकड़ा गया.उसने बताया कि उसने अपने साथियों के साथ गैंग बनाकर बाइक चोरी करने का अपराध किया.इन्होंने 7-8 महीनों में 11 मोटरसाइकिल चोरी की है. इस प्रकरण में पांचों आरोपियों को गिरफ्तार करके संगठित अपराध की बीएनएस धारा लगाकर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.'' सत्य प्रकाश तिवारी, सीएसपी भिलाई नगर
आरोपी ने पुलिस को किया था गुमराह : पुलिस ने जब आकाश को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वो गुमराह करने लगा.इसके बाद जब पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो आकाश को दिन में तारे दिख गए.इसके बाद उसे अपना जुर्म कबूल करते देर ना लगी.आकाश ने पुलिस को बताया कि पिछले 8 महीनों में बाइक चोरी की है.इसके बाद पुलिस ने आकाश की निशानदेही पर चोरी की 11 बाइक बरामद की और 4 अन्य साथियों को गिरफ्तार किया.
छत्तीसगढ़ में बीजेपी बनाएगी 50 लाख मेंबर, ऑनलाइन ऑफलाइन के साथ मिस्ड कॉल भी विकल्प
आंगनबाड़ी वर्कर्स का छलका दर्द, ''काम ज्यादा और वेतन आधा''
आंगनबाड़ी वर्कर्स वर्क लोड से परेशान, अफसरों से कहा 'बाबू मुश्किल करो आसान'