नई दिल्ली: सार्क के महासचिव मो. गोलाम सरवर ने मंगलवार को मैदानगढ़ी स्थित साउथ एशियन यूनिवर्सिटी का दौरा किया. यूनिवर्सिटी स्टाफ और छात्रों ने उनका जोरदार स्वागत किया. यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट प्रो. के. के.अग्रवाल ने उन्हें करीब सौ एकड़ में फैले इस यूनिवर्सिटी के अत्याधुनिक कैम्पस का भ्रमण कराया. यूनिवर्सिटी की विकास यात्रा से अवगत कराया और इस यूनिवर्सिटी को नेक्स्ट लेवल तक ले जाने का अपना विजन उनसे शेयर किया.
प्रो. अग्रवाल ने इस अवसर पर यूनिवर्सिटी की विकास यात्रा में सार्क के महत्वपूर्ण सहयोग पर आभार जताया. मो. सरवर ने कम समय में इस यूनिवर्सिटी के अप्रत्याशित विकास की प्रशंसा की और इससे सम्बद्ध किसी भी फ़्यूचर प्लान को मूर्त रूप देने में हर संभव मदद का आश्वावासन दिया. उन्होंने इस यूनिवर्सिटी को चलाने के लिए भारत सरकार द्वारा की जा रही पहल, एक विख्यात शिक्षाविद को इसकी कमान देने एवं अन्य मदद के प्रति अपनी कृतज्ञता जताई.
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उन्होंने सार्क देशों के छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रख कर कुछ और इंटर-डिसिप्लिनेरी प्रोग्राम शुरू करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इस यूनिवर्सिटी को आगे ले जाने के सफर में सार्क हर कदम पर साथ है. ज्ञातव्य है कि सार्क के महासचिव इन दिनों भारत दौरे पर आए हुए हैं. यह यूनिवर्सिटी आठ सार्क देशों के सहयोग से उन देशों के छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए चलाई जा रही है.
दाखिले में हर देश का अपना कोटा है. अगर किसी देश का कोटा पूरा नहीं होता है तो दूसरे देश के छात्रों से उसे भरा जा सकता है. वर्तमान में आधे छात्र भारत के हैं. वर्तमान में तकरीबन 600 छात्र इन देशों के यहां अध्यनरत हैं. इसे बढ़ाकर 5,000 करने की योजना है. अभी सिर्फ पांच स्कूल हैं. इसे बढ़ा कर तेरह करने की योजना है.
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