जोधपुर : सहायक कलेक्टर जोधपुर प्रियंका विश्नोई जिंदगी और मौत के बीच अहमदाबाद के निजी अस्पताल में संघर्ष कर रहीं हैं. इस बीच जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने सोमवार को एसएन मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल को पत्र लिखा है. पत्र में प्रियंका बिश्नोई के वसुंधरा अस्पताल में हुए उपचार की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है.
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. भारती सारस्वत ने बताया कि पांच विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमेटी बनाकर दो दिन में जांच रिपोर्ट देने का कहा है. कमेटी में गायनी विभाग से डॉक्टर रंजना देसाई, मेडिसिन से डॉ. इंदु थानवी, सर्जरी से डॉ. विजय वर्मा, न्यूरोलॉजी से डॉ. शुभकरण खींचड़ और एनेस्थीसिया से डॉ. नवीन पालीवाल को शामिल किया गया है. कमेटी आज से ही काम शुरू करेगी.
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षड्यंत्र पूर्वक कोताही का अंदेशा : जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने मेडिकल कॉलेज को भेजे अपने पत्र में सहायक कलेक्टर प्रियंका विश्नोई के उपचार में षडयंत्र पूर्वक कोताही बरतने का अंदेशा जताया है. ऐसे में मामले की जांच इस अंदेशे के तहत करने को कहा गया है. अंदेशा है कि एडीएम के उपचार में लापरवाही बरती गई, जिसके चलते उनकी हालत बिगड़ी. इसपर उन्हें अहमदाबाद रेफर किया गया है.
सर्जरी के लिए हॉस्पिटल में हुई थी भर्ती : जोधपुर एडीएम के पद पर प्रियंका विश्नोई का स्थानांतरण 1 अगस्त की सूची में हुआ था. गायनी विभाग से जुड़े उपचार के लिए वह वसुंधरा हॉस्पिटल में भर्ती हुईं थीं. ऑपरेशन के बाद वह एक बार होश में आईं. इसके बाद लगातार उनकी हालत बिगड़ती चली गई. इसपर उन्हें अहमदाबाद रेफर किया गया, जहां स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. उनके स्वस्थ होने की कामना के लिए विश्नोई समाज यज्ञ कर रहा है.