कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर अब मतदान केंद्र की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की जा रही है. इसी कड़ी के तहत जिला कुल्लू में सबसे दूर दराज मतदान केंद्र शाक्टी में पहली बार एसडीएम बंजार पंकज शर्मा सवा छह घंटे पैदल सफर कर पहुंचे. वहां पर एसडीएम ने मतदान केंद्र का जायजा लिया और सुरक्षा व्यवस्था की जांच की गई.
जोखिम भरे रास्तों से होकर पहुंचे मतदान केंद्र
इस दौरान मतदान केंद्र में खराब पड़ी सौर ऊर्जा को दुरूस्त किया गया. पिछले साल आई आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हुए रास्तों की भी जांच की गई. कई स्थानों पर प्रशासन की ओर से नए पुल का निर्माण किया गया, लेकिन अभी भी कार्य करना शेष है. कई स्थानों पर पगडंडी है और हल्का सा पैर फिसला तो वह नाले में चला जाएगा, ऐसे कठिन और जोखिम भरे रास्तों में एसडीएम बंजार पैदल चलकर मतदान केंद्र जा पहुंचे. जहां पर पहुंचने के बाद उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना और मतदान के लिए लोगों को प्रेरित किया.
ग्रामीणों ने किया था मतदान का बहिष्कार
वहीं, इस दौरान शाक्टी और मरोड़ गांव के लोगों में सरकार के प्रति खासी नाराजगी दिखाई दी. ग्रामीणों ने बताया कि आज तक उनके लिए न तो सड़क सुविधा मिल पाई और न ही बिजली. सौर ऊर्जा की रोशनी से लोग अपना जीवन यापन कर रहे हैं. इसलिए लिए उन्होंने मतदान का बहिष्कार करने का फैसला लिया था, लेकिन एसडीएम बंजार पंकज शर्मा ने लोगों की समस्या को सुना और लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित किया. इसके बाद सभी लोग मतदान करने के लिए मान गए. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में शाक्टी, मरोड़ व शुगाड़ में 96 मतदाता थे. जिसमें 50 पुरुष और 46 महिलाएं थी. अब इनकी संख्या बढ़कर 100 हो गई है. इसमें 51 पुरुष और 49 महिला मतदाता हैं.
"पहले बंजार से निहारनी गांव तक 41 किलोमीटर का सफर अपने वाहन में किया. इसके आगे शाक्टी तक सवा छह घंटे लगे. इसके बाद मरोड़ गांव तक पहुंचने के लिए शाक्टी से तीन घंटे और लगे. पैदल सफर कर नौ घंटे के बाद हम लोग मरोड़ गांव पहुंचे. पोलिंग बूथ शाक्टी तक पोलिंग पार्टियों को भी पैदल पहुंचना पड़ता है. पहली बार बंजार से आए एसडीएम को शाक्टी में देख ग्रामीण लोग खुश हुए और उनसे समस्या को हल करने की मांग भी की गई." - पंकज शर्मा, एसडीएम बंजार
जल्द लगेगा अर्ली फ्लड अलार्मिंग सिस्टम
बंजार के सबसे दूर दराज गांव शाक्टी, मरोड़ व शुगाड़ के लिए अर्ली फ्लड अलार्मिंग सिस्टम लगाया जा रहा है. इसका कार्य हिमाचल प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) कर रहा है. अब आने वाले समय में आपदा, जैसे फ्लड आने से पहले ही लोगों को सूचना मिल जाएगी, ताकि आपदा से किसी ग्रामीण को कोई नुकसान न हो सके. इसके कार्य का भी एसडीएम ने जायजा लिया और उनको उचित दिशा निर्देश जारी किए.
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