नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: स्क्रैप माफिया रवि काना (Scrap mafia Ravi Kana) के खिलाफ पुलिस का एक्शन लगातार जारी है. थाना बीटा दो पुलिस द्वारा स्क्रैप माफिया रवि काना गैंग के एक फरार आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उसके कब्जे से बेनामी संपत्ति से खरीदे गए 15 ट्रक सीज किए हैं. इन ट्रैकों की कीमत लगभग साढ़े चार करोड़ रुपए है.
दरअसल, संगठित अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसी अभियान के दौरान थाना बीटा दो पुलिस द्वारा लोकल इंटेलीजेंस व गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए रवि काना गिरोह के फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान बुलंदशहर के थाना औरंगाबाद निवासी सूरज सिंह के रूप में हुई है.
एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा अशोक कुमार ने बताया कि सूरज को एटीएस गोलचक्कर के पास से गिरफ्तार किया गया है. उसकी निशानदेही पर ट्रक भी बरामद किए गए है. आरोपी के रिश्तेदार हरवीर द्वारा धर्मवीर से एक करोड़ 65 लाख रुपये में मकान लेना तय किया गया था. 65 लाख रुपये मकान के बैनामे के लिए दिए गए थे. धर्मवीर द्वारा हरवीर को बैनामे के लिये कहा गया तो हरवीर द्वारा बैनामा नहीं किया गया."
अशोक कुमार ने कहा कि फैसले के बहाने पीड़ित के बेटे को रवि काना की फैक्ट्री ईकोटेक 12 में ले जाया गया. वहां पर सूरज, हरवीर, हरवीर के बेटे विवेक, विकास के अलावा आजाद नागर, राजकुमार नागर, अवध बिहारी, विकास नागर द्वारा पीड़ित के बेटे को बंधक बनाकर पीटा गया और मकान व रकम भूल जाने की धमकी दी. ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई. इस मामले में बीटा दो कोतवाली में केस दर्ज किया गया. इसमें अब सूरज को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं गिरोह का सरगना स्क्रैप माफीया रवि काना अब भी फरार है.