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दिल्ली जू में भीषण गर्मी के मद्देनजर जानवरों का रखा जा रहा विशेष ख्याल, जानिए क्या-क्या किए जा रहे उपाय ? - delhi zoo take spl care of animals

special care of in Delhi Zoo : इन दिनों दिल्ली जू में जानवरों को भीषण गर्मी से बचाने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं. जानवरों को तेज धूप होने पर अंदर ही रखा जा रहा है. जानिए जानवरों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए जू प्रशासन क्या-क्या कर रहा उपाय.

भीषण गर्मी के मद्देनजर जानवरों का रखा जा रहा विशेष ख्याल
भीषण गर्मी के मद्देनजर जानवरों का रखा जा रहा विशेष ख्याल
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Apr 27, 2024, 4:29 PM IST

भीषण गर्मी के मद्देनजर जानवरों का रखा जा रहा विशेष ख्याल

नई दिल्ली : दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में रोजाना हजारों लोग दूर दूर से पक्षियों और जानवरों को देखने के लिए आते हैं. अप्रैल का महीना अब खत्म हो रहा है और भीषण गर्मी पड़नी शुरू हो गई है. दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए विभिन्न उपाय किए गए हैं. जानवरों को दिल्ली की भीषण गर्मी से बचाने के लिए कई बार तेज धूप होने पर अंदर ही रखा जाता है. यानी की बाड़े में नहीं छोड़ा जाता है. ऐसे में मौसम और समय देखकर ही नेशनल जूलॉजिकल पार्क जाएं. जिससे की सभी जानवरों का दीदार आपको हो सकें.

40 डिग्री से अधिक तापमान होने पर बाहर नहीं आते भालूः
जू के अधिकारियों के मुताबिक 40 डिग्री से अधिक तापमान होने पर भालू बाड़े में नहीं आते हैं. और छांव में उनके लिए बने घर में बैठे रहते हैं. ऐसे में दर्शकों को मायूस होना पड़ता है. अभी जू में चार भालू हैं. इन्हें खाने में फल और सब्जियों के साथ बर्फ की सिल्ली चाटने के लिए दी जाती है, जिससे की वह खुद को गर्मी से बचा सकें. नियमित भालुओं को दिन में बर्फ दी जा रही है. इसके साथ ही अन्य जानवर भी धूप से बचने के लिए छांव में बैठे रहते हैं.

किया जा रहा पानी का छिड़काव, खाने में भी किया गया बदलावः
नेशनल जूलॉजिकल पार्क के अधिकारियों के मुताबिक सर्दियों में बिग कैट फैमिली के जानवर जैसे शेर, बाघ, तेंदुआ. चीता आदि को 12 किलो मांस एक दिन में दिया जा रहा था. गर्मी के कारण अब 10 किलो मांस दिया जाता है. वहीं, हाथी को भारी मात्रा में तरबूज भी खिलाए जा रहे हैं, जिससे हाथी को गर्मी से बचाया सकें. इतना ही नहीं जानवरों के बाड़ों में पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है. जिससे ठंडक बनी रही और जनवर परेशान न हों. इतना ही नहीं जानवरों के बाड़े का तापमान नापने के लिए जू प्रशासन की ओर से थर्मामीटर लगाए गए हैं.

ये भी पढ़ें : संगाई हिरण का साइंटफिक तरीके से बढ़ाया जाएगा प्रजनन, जानिए दिल्ली जू में क्यों बनेगा ब्रीडिंग सेंटर
जू जाना का बेहतर समय
दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में सुबह 9 बजे से शाम के साढ़े 4 बजे तक प्रवेश दिया जाता है. इसके बाद प्रवेश पर रोक लगा दी जाती है. अंधेरा होने से पहले लोगों को जू से निकलना होता है. ऐसे में यदि जू में जानवरों और पक्षियों को देखने के लिए जाना चाहते हैं तो यह देखें कि तापमान बहुत ज्यादा न हो. इससे घूमने में भी परेशानी नहीं होगी. साथ ही सभी जानवर भी देख सकेंगे. सुबह 9 बजे प्रवेश कर लें और दोपहर से पहले निकल सकते हैं या शाम को प्रवेश बंद होने से पहले जाएं और अंधेरा होने तक जानवरों को देख सकते है. इस दौरान तापमान कम होने पर जानवर बाड़े में दिखाई देंगे.

ये भी पढ़ें : दिल्ली जू में 2 एकड़ में बनेगा बड़ा पक्षी घर, घर के अंदर प्रवेश कर सकेंगे विजिटर्स

भीषण गर्मी के मद्देनजर जानवरों का रखा जा रहा विशेष ख्याल

नई दिल्ली : दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में रोजाना हजारों लोग दूर दूर से पक्षियों और जानवरों को देखने के लिए आते हैं. अप्रैल का महीना अब खत्म हो रहा है और भीषण गर्मी पड़नी शुरू हो गई है. दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए विभिन्न उपाय किए गए हैं. जानवरों को दिल्ली की भीषण गर्मी से बचाने के लिए कई बार तेज धूप होने पर अंदर ही रखा जाता है. यानी की बाड़े में नहीं छोड़ा जाता है. ऐसे में मौसम और समय देखकर ही नेशनल जूलॉजिकल पार्क जाएं. जिससे की सभी जानवरों का दीदार आपको हो सकें.

40 डिग्री से अधिक तापमान होने पर बाहर नहीं आते भालूः
जू के अधिकारियों के मुताबिक 40 डिग्री से अधिक तापमान होने पर भालू बाड़े में नहीं आते हैं. और छांव में उनके लिए बने घर में बैठे रहते हैं. ऐसे में दर्शकों को मायूस होना पड़ता है. अभी जू में चार भालू हैं. इन्हें खाने में फल और सब्जियों के साथ बर्फ की सिल्ली चाटने के लिए दी जाती है, जिससे की वह खुद को गर्मी से बचा सकें. नियमित भालुओं को दिन में बर्फ दी जा रही है. इसके साथ ही अन्य जानवर भी धूप से बचने के लिए छांव में बैठे रहते हैं.

किया जा रहा पानी का छिड़काव, खाने में भी किया गया बदलावः
नेशनल जूलॉजिकल पार्क के अधिकारियों के मुताबिक सर्दियों में बिग कैट फैमिली के जानवर जैसे शेर, बाघ, तेंदुआ. चीता आदि को 12 किलो मांस एक दिन में दिया जा रहा था. गर्मी के कारण अब 10 किलो मांस दिया जाता है. वहीं, हाथी को भारी मात्रा में तरबूज भी खिलाए जा रहे हैं, जिससे हाथी को गर्मी से बचाया सकें. इतना ही नहीं जानवरों के बाड़ों में पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है. जिससे ठंडक बनी रही और जनवर परेशान न हों. इतना ही नहीं जानवरों के बाड़े का तापमान नापने के लिए जू प्रशासन की ओर से थर्मामीटर लगाए गए हैं.

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जू जाना का बेहतर समय
दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में सुबह 9 बजे से शाम के साढ़े 4 बजे तक प्रवेश दिया जाता है. इसके बाद प्रवेश पर रोक लगा दी जाती है. अंधेरा होने से पहले लोगों को जू से निकलना होता है. ऐसे में यदि जू में जानवरों और पक्षियों को देखने के लिए जाना चाहते हैं तो यह देखें कि तापमान बहुत ज्यादा न हो. इससे घूमने में भी परेशानी नहीं होगी. साथ ही सभी जानवर भी देख सकेंगे. सुबह 9 बजे प्रवेश कर लें और दोपहर से पहले निकल सकते हैं या शाम को प्रवेश बंद होने से पहले जाएं और अंधेरा होने तक जानवरों को देख सकते है. इस दौरान तापमान कम होने पर जानवर बाड़े में दिखाई देंगे.

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