कोरिया: सरकारी स्कूलों में सफाई का जिम्मा उठाने वाले सफाई कर्मचारियों ने वेतन कटौती के विरोध में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना है कि उनको मामूली मानदेय मिलता है. इतने कम मानदेय में घर चलाना भी मुश्किल है. ऐसे में अब उनके सैलरी में और कटौती कर दी गई है. वेतन कटौती के चलते उनकी आर्थिक हालत बिगड़ गई है. परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो गया है. सफाई कर्मचारी संघ के नेताओं का कहना है कि वो पूर्व में भी कई बार अफसरों से मिल चुके हैं. हर बार उनको सिर्फ आश्वासन मिलता है. वो चाहते हैं कि उनकी समस्या का समाधान हो.
वेतन कटौती के विरोध में प्रदर्शन: सैलरी कट किए जाने से नाराज कर्मचारियों ने आज जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर में जाकर अपनी मांग रखी है. जिला शिक्षा अधिकारी ने सफाई कर्मियों की मांगों को सुना और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि 15 दिनों के भीतर उनकी समस्या का समाधान कर लिया जाएगा. जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर पहुंचे कर्मचारियों ने कहा कि उनकी समस्या का समाधान नहीं होता है तो वो फिर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.
पहले हमें 3300 मिलते थे. अब मात्र 2500 मिल रहे हैं. वेतन में बार बार कटौती से हम परेशान हैं.: राम बाई, सफाई कर्मी
अप्रैल 2023 से हमलोगों के वेतन में बढ़ोत्तरी हुई है. वेतन बढ़ने का लाभ पर हमको नहीं मिला. दूसरे जिलों के सफाई कर्मियों को ये फायदा दिया जा रहा है.: सुनीता, सफाई कर्मी
सफाई कर्मचारियों की चेतावनी: जिला सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष लाल सिंह कहते हैं कि मानदेय में हो र ही कटौती के चलते हम लोग परेशान हैं. कई बार इस संबंध में आवेदन दे चुके हैं. अधिकारी हमारी मांगों को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. जिले के सफाई कर्मियों का वेतन 10100 होना चाहिए लेकिन वो नहीं मिल पा रहा है. सफाई संघ के सचिव ने कहा कि उनकी मांगों पर अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं. अगर भविष्य में उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वो बड़ा आंदोलन करने को लिए मजबूर होंगे.