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झारखंड के इस जिले में पुरुष भी होते थे प्रेग्नेंट!, कराया जाता था संस्थागत प्रसव, जानिए क्या है माजरा - Janani Suraksha Yojana

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 22, 2024, 7:08 AM IST

Updated : Jul 22, 2024, 7:29 AM IST

Scam in Janani Suraksha Yojana. झारखंड में स्वास्थ्य विभाग के अजब-गजब कारनामे सामने आते रहते हैं. कोडरमा में तो विभाग के कर्मचारी ने तो हद कर दी. चंद पैसों के लिए पुरुषों का भी प्रसव करा दिया. मामले का खुलासा होने के बाद से कर्मचारी फरार है. विभागीय कार्रवाई जारी है.

JANANI SURAKSHA YOJANA
डिजाइन इमेज (ईटीवी भारत)

कोडरमा: जिले में संस्थागत प्रसव पुरुषों का भी होता है. सुनने में भले ही यह बात आश्चर्यजनक हो, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की जो कारस्तानी सामने आई है उससे कुछ ऐसी ही बात जाहिर हो रही है. संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए शुरू किए गए जननी सुरक्षा योजना के तहत 1400 रुपए की राशि कई पुरुषों के भी खाते में ट्रांसफर किए गए हैं, जो एक बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा हैं.

कोडरमा के सतगावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जननी सुरक्षा योजना में घोटाला (ईटीवी भारत)

स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कारस्तानी का यह मामला सतगावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसव के बाद महिलाओं को मिलने वाली 1400 रुपए की राशि का बंदरबांट किया जा रहा था. सतगावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के क्लर्क अजीत कुमार अपने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर इस राशि का बंदरबांट कर रहे थे.

मामले का खुलासा तब हुआ जब इस योजना की राशि एक दिन में एक ही महिला के बैंक खाते में 14 बार ट्रांसफर किए गए. यानी महिला का एक ही दिन में 14 बार प्रसव हुआ हो. इसके अलावा खुद के बैंक अकाउंट और दूसरे पुरुषों के खाते में भी जननी सुरक्षा योजना की राशि क्लर्क अजित कुमार के द्वारा राशि ट्रांसफर की जाती रही.

मामले का खुलासा होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है और प्राथमिक तौर पर क्लर्क अजित कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसके अलावा उपायुक्त के निर्देश पर एक पांच सदस्यीय जांच टीम का भी गठन किया गया है, जो पूरे मामले की जांच करेगी और उसकी रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपेगी.

इधर, जननी सुरक्षा योजना की राशि महिलाओं के बजाय पुरुषों के खाते में जमा किए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद प्रखंड के जनप्रतिनिधि भी उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं. जिला परिषद सदस्य नीतू कुमारी ने मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. मामला पकड़े जाने के बाद से स्वास्थ्य केंद्र का क्लर्क अजित कुमार फरार हो गया है.

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स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कारस्तानी का यह मामला सतगावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसव के बाद महिलाओं को मिलने वाली 1400 रुपए की राशि का बंदरबांट किया जा रहा था. सतगावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के क्लर्क अजीत कुमार अपने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर इस राशि का बंदरबांट कर रहे थे.

मामले का खुलासा तब हुआ जब इस योजना की राशि एक दिन में एक ही महिला के बैंक खाते में 14 बार ट्रांसफर किए गए. यानी महिला का एक ही दिन में 14 बार प्रसव हुआ हो. इसके अलावा खुद के बैंक अकाउंट और दूसरे पुरुषों के खाते में भी जननी सुरक्षा योजना की राशि क्लर्क अजित कुमार के द्वारा राशि ट्रांसफर की जाती रही.

मामले का खुलासा होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है और प्राथमिक तौर पर क्लर्क अजित कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसके अलावा उपायुक्त के निर्देश पर एक पांच सदस्यीय जांच टीम का भी गठन किया गया है, जो पूरे मामले की जांच करेगी और उसकी रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपेगी.

इधर, जननी सुरक्षा योजना की राशि महिलाओं के बजाय पुरुषों के खाते में जमा किए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद प्रखंड के जनप्रतिनिधि भी उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं. जिला परिषद सदस्य नीतू कुमारी ने मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. मामला पकड़े जाने के बाद से स्वास्थ्य केंद्र का क्लर्क अजित कुमार फरार हो गया है.

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Last Updated : Jul 22, 2024, 7:29 AM IST
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