वाराणसी: द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रधान ज्योतिर्लिंग बाबा श्री काशी विश्वनाथ काशी में स्थापित है. सावन माह में लाखों की संख्या में कांवरिया जल चढ़ाने आते है. 22 जुलाई से शुरू होने वाले सावन माह में दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में कांवरिया पहुंचते हैं. जिसको लेकर प्रशासन तैयारी में जुट गई है. इसी के तहत वाराणसी प्रयागराज मार्ग की एक लेन 31 दिनों तक कांवरियों के लिए रिजर्व रखने का फैसला लिया गया है. इस दौरान भारी गाड़ियों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा.
संगम नगरी प्रयागराज से जल लेकर कांवरिया श्री काशी विश्वनाथ धाम चढ़ाने आते है. जिससे मार्ग पूरा कांवरियों से भर जाता है. श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, उसको लेकर शासन ने प्रयागराज-वाराणसी हाईवे की एक लेन को एक महीना बंद रखने का निर्णय किया है. इस लेन पर कोई भी भारी वाहन या चार पहिया गाड़ी नहीं दौड़ेगी. इसके अलावा सिर्फ कावड़ियों के वाहन ही इस पर चलेंगे.
इसे भी पढ़े-परिवार के साथ झूले पर विराजे भगवान विश्वेश्वर, चंद्रयान थीम पर हुआ बाबा विश्वनाथ की रजत प्रतिमा का शृंगार
यह व्यवस्था 20 जुलाई की रात 12 बजे से 19 अगस्त की रात 12 बजे तक लागू रहेगी. वाराणसी में सावन के प्रत्येक सोमवार के पहले शनिवार की रात से मंगलवार की सुबह तक किसी भी भारी वाहन को शहर में एंट्री नहीं दी जाएगी. इसके अलावा कांवड़ियों के आराम के लिए कैंट स्टेशन पर होल्ड एरिया बनाया जाएगा.
कांवरियों की आवागमन को देखते हुए प्रशासन ने निर्णय लिया है, कि नई दिल्ली से कोलकाता को जोड़ने वाले हाईवे पर सावन के सोमवार के पहले प्रत्येक शनिवार रात 8 बजे से लेकर मंगलवार की सुबह 7 बजे तक भारी वाहनों को वाराणसी शहर में एंट्री नहीं दी जाएगी. इस दौरान किसी भी प्रकार के भारी वाहन वाराणसी शहर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे.
यह भी पढ़े-महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह में एंट्री बंद, सावन महीने में श्रद्धालुओं पर लगा बैन, 4 जुलाई से बाहर से करना होगा दर्शन