सतना: जिले के केंद्रीय जेल में कैदियों ने महाकुंभ की झांकी बनाई. इसको 26 जनवरी को पुलिस परेड ग्राउंड में शामिल किया गया. इस झांकी में भगवान शिव के जटा से निकलने वाली गंगा की धारा और गंगा मैया में स्नान करने की भी झांकी बनाई गई है. इसके अलावा समुद्र मंथन जेल कैंटीन, जेल गौशाला का भी झांकी बनाई गई है. इसको बनाने के बाद कैंदियों में उत्साह का माहौल है.
26 जनवरी के मौके पर किया गया शामिल
सतना केंद्रीय जेल में बंद कैदियों ने महाकुंभ की झांकी बनाई है. 26 जनवरी को पुलिस परेड ग्राउंड में शामिल होने वाली झांकी को सनातन से जोड़ते हुए महाकुंभ के पावन पर्व को लेकर एक अद्भुत और अलौकिक बनाई है. इसमें भगवान शिव के जटा से निकलने वाली गंगा की धारा को भी शामिल किया गया है. इसी साथ समुद्र मंथन, जेल में उपयोग होने वाली कैंटीन की सामग्री और गौशाला की भी झांकी बनाई गई है. यह झांकी पुलिस परेड ग्राउंड में 26 जनवरी के मौके पर शामिल हुई. यह लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रही है.
'ऐसा लग रहा है कि प्रयागराज महाकुंभ में है'
केंद्रीय जेल सूचना द्वारा हर वर्ष 26 जनवरी को बंदियों द्वारा किए गए कलाकारी को लोगों के सामने प्रदर्शित किया जाता है. इस वर्ष बंदियों ने महज 12 साल में लगने वाले महाकुंभ को जेल में एक नया स्वरूप दिया. जेल में सजा काट रहे बंदी विष्णु त्रिपाठी ने कहा, "जेल में प्रयागराज महाकुंभ की झांकी बनाई गई है. हम सभी बंदी बेहद उत्साह पूर्वक इस झांकी को बनाए हैं. हम लोग महाकुंभ में नहीं जा सकते हैं, लेकिन यहां झांकी बनने के बाद ऐसा लग रहा है कि हम प्रयागराज महाकुंभ में है. इसी के साथ हमने दो अन्य झांकियां भी बनाई है. जिसमें समुद्र मंथन भी शामिल है. इन झांकियां को बनाने में जेल प्रशासन का पूरा सहयोग मिला है है."
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वहीं, जेल अधीक्षक लीना कोष्टा ने कहा, " महाकुंभ प्रयागराज में चल रहा है. ऐसे में 26 जनवरी के मौके पर जेल में कैदियों ने प्रयागराज महाकुंभ की झांकी बनाकर उसे प्रतीकात्मक स्वरूप दिया है. 25 कैदियों ने इस झांकी को 8 दिन में तैयार किए हैं. कैदियों में इस झांकी को बनाने का बेहद उत्साह भी है."