चरखी दादरी/फतेहाबाद: हरियाणा सरकार के खिलाफ सरपंचों की नाराजगी बढ़ती जा रही है. सरकार द्वारा फंड खर्च नहीं कर पाने वाली पंचायतों के खिलाफ कार्रवाई की बात को लेकर सरपंचो में आक्रोश है. उनका कहना है कि अधिकारियों के कारण ग्रांट लैप्स हो रहा है. अगर सरकार उनकी मांगे नहीं मानती है तो आगामी चुनाव में बीजेपी का विरोध किया जाएगा.
चरखी दादरी में सरपंचों का प्रदर्शन: चरखी दादरी में सरपंच एसोसिएशन के प्रधान रामचंद्र उमरवास के नेतृत्व में जिले के सरपंचों ने लघु सचिवालय के पास सरकार के खिलाफ रोषपूर्ण प्रदर्शन किया और सीएम के नाम डीसी को ज्ञापन सौंपा. प्रधान रामचंद्र उमरवास ने कहा कि अधिकारियों के नहीं होने के कारण उनके गांवों की ग्रांट लैप्स हो रही है लेकिन सरकार द्वारा सरपंचों पर गाज गिरायी जा रही है. जब मंत्रियों के विभागों की ग्रांट लैप्स हो जाती हैं तो सीएम द्वारा उनको बर्खास्त कर देना चाहिए. सरकार अब सरपंचों के पीछे पड़ी है. ऐसे में प्रदेशभर के सरपंच वोट की चोट से आगामी चुनावों में आईना दिखाएंगे. साथ ही सरकार के प्रतिनिधियों को गांवों में घुसने नहीं देंगे और चुनावों में सरपंचों के साथ हो रही ज्यादती का बदला लेंगे.
सरकार को चेतावनी: फतेहाबाद में भी सरपंचों के द्वारा सरकार और पंचायत मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. जिले के सरपंच नारेबाजी करते हुए फतेहाबाद के लघु सचिवालय पहुंचे. सरपंचों ने प्रधानमंत्री के नाम फतेहाबाद के एडीसी को मांग पत्र सौंपा. सरपंच एसोसिएशन हरियाणा के बैनर तले यह प्रदर्शन किया गया. इस मौके पर सरपंच एसोसिएशन हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष रणबीर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार के द्वारा सरपंचों के अधिकारों को छीनने का लगातार प्रयास किया जा रहा है और ई टेंडरिंग प्रणाली इसीलिए लागू की गई है. उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री को फतेहाबाद प्रशासन के मार्फत मांग पत्र सौंप रहे हैं. हमारी मांग है कि ई-टेंडिरंग को खत्म किया जाए और ग्राम पंचायत को पूर्ण अधिकार दिया जाए. राइट टू रिकॉल को समाप्त किया जाए. सरपंच एसोसिएशन के द्वारा सरकार को साफ तौर पर चेतावनी भी दी गई कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती तो लोकसभा चुनाव में पूरे हरियाणा में सरपंच बीजेपी का जमकर विरोध करेंगे.
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