कानपुर: जब भारतीय वायु सेना की प्रसिद्ध सारंग एरोबैटिक डिस्प्ले टीम ने शनिवारको भारतीय वायु सेना की 92वीं वर्षगांठ मनाने के लिए स्टेशन के मंच पर कदम रखा, तो कानपुर का आसमान रंग और उत्साह से भर गया. आम जनता सहित हजारों दर्शकों को लुभावने हवाई दृश्यों का आनंद मिला. ऐसा नजारा था, मानो आकाश में टीम के सदस्यों ने रोमांच को भर दिया हो. वहीं, इन गतिविधियों से टीम के पायलटों ने असाधारण कौशल और सटीकता को प्रदर्शित किया. टीम के ग्रुप कैप्टन अरुण कुमार जुनेजा, स्टेशन कमांडर, वायु सेना स्टेशन कानपुर सहित प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों ने भारतीय वायु सेना, रक्षा बलों, नागरिक प्रशासन, पूर्व सैनिकों और अन्य अधिकारियों के साथ इस कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए.
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तमिलनाडु के कोयंबटूर के सुलूर वायु स्टेशन पर स्थित है सारंग टीम: वायु सेना के आला अफसरों ने बताया, तमिलनाडु के कोयंबटूर के पास सुलूर वायु सेना स्टेशन पर स्थित सारंग टीम, एक अद्वितीय पांच-हेलीकॉप्टर डिस्प्ले टीम है. जो संशोधित एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टर संचालित करती है. दुनिया भर में 386 से अधिक स्थानों पर 1200 से अधिक प्रदर्शनों के साथ, सारंग टीम ने खुद को विमानन उत्कृष्टता के वैश्विक प्रतीक के रूप में स्थापित किया है. टीम द्वारा उड़ाया गया स्वदेशी एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टर, आत्मनिर्भरता के लिए भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है. विमानन प्रौद्योगिकी में देश की प्रगति को प्रदर्शित करता है. वहीं, हवाई करतबों के बीच लूप, रोल और सिंक्रोनाइज्ड फॉर्मेशन सहित सारंग पायलटों द्वारा किए गए लुभावने युद्धाभ्यास ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और खूब तालियां बटोरीं.
युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बना सारंग टीम का प्रदर्शन: सारंग टीम का प्रदर्शन न केवल एक दृश्य था, बल्कि कानपुर के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी था. उनके जुनून, शक्ति, व्यावसायिकता और उनके आदर्श वाक्य, "उत्कृष्टता के माध्यम से प्रेरणा" के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने दर्शकों पर एक अमिट छाप छोड़ी. जैसे ही टीम के हेलीकॉप्टर आसमान में उड़े, उन्होंने दर्शकों के बीच गर्व और देशभक्ति की भावना जगा दी.
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