पौड़ी: जिला मुख्यालय पौड़ी की लगातार उपेक्षा होने के बाद लोगों का गुस्सा अब शासन प्रशासन पर निकल रहा है. संयुक्त संघर्ष समिति ने एक बार फिर से शहर के विभिन्न मार्गों में रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया. चेतावनी दी कि शीघ्र ही शहर की समस्याओं का निस्तारण नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
गुरुवार को शहर की विभिन्न समस्याओं के निस्तारण को लेकर संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर शहरवासी रामलीला मैदान में एकत्रित हुए. तय योजना के तहत उन्होंने अपर बाजार, एजेंसी चौक, माल रोड, बस स्टेशन पहुंचे. बस स्टेशन में समिति के पदाधिकारियों ने व्यापारियों और शहरवासियों को एकजुट होने का आह्वान किया. चेतावनी दी कि जल्द समस्याएं हल नहीं हुई तो चक्काजाम किया जाएगा. इतना ही नहीं, शहर के स्कूल, कॉलेज, सरकारी विभागों में तालाबंदी की जाएगी.
संयुक्त संघर्ष समिति ने शहर में अधिकार रैली निकाली. रैली रामलीला मैदान से शुरू हुई. यहां पर समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि समिति पिछले लंबे समय से शहर में कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था करने, जिला अस्पताल को पीपीपी मोड़ से हटाने, व्यापारियों पर लगाए जा रहे ट्रेड लाइसेंस शुल्क को समाप्त करने, अतिक्रमण हटाने, जलकर-भवनकर में कमी करने, नगरपालिका में ठेकेदारों के लिए रजिस्ट्रेशन खोलने सहित विभिन्न समस्याओं के हल की मांग उठा रही है. जिसको लेकर समिति ने बीती 22 फरवरी को जनाक्रोश रैली निकाली थी.
इस दौरान व्यापार संघ ने समर्थन देते हुए अपनी दुकानें बंद रखी थी. इसके बाद डीएम ने समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की. लेकिन बैठक में भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया. उन्होंने कहा कि जब तक धरातल पर समस्याएं हल होती नहीं दिखेंगी, तब तक आंदोलन जारी रखा जाएगा. जल्द समस्याएं हल नहीं होने पर चक्काजाम किया जाएगा. रैली रामलीला मैदान से एजेंसी चौक, माल रोड, बस स्टेशन से डीएम कार्यालय तक हुई.
इन संगठनों ने दिया समर्थन: संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से आयोजित जनाधिकार रैली को व्यापार संघ, पूर्व सैनिक संगठन, प्रमुख पौड़ी, नागरिक कल्याण मंच, प्रादेशिक शिल्पकार संघ, टैक्सी यूनियनों, सेवानिवृत कर्मचारी संगठन, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, बाल कल्याण एवं मातृ शिशु, नौगांव की महिलाओं ने रैली को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया.
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