रुद्रप्रयाग: नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में तैनात सफाई कर्मचारियों ने मांगों पर अमल नहीं होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आश्रितों समेत इच्छा मृत्यु की स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है. इसको लेकर उन्होंने प्रशासक के माध्यम से पीएम मोदी को ज्ञापन भी भेजा है. उन्होंने राज्य सरकार पर वंचित और शोषित वर्ग का रक्षा नहीं करने का आरोप लगाया है.
शनिवार को नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में तैनात समस्त सफाई कर्मचारी नगर पालिका के सभागार में एकत्रित हुए. जहां उन्होंने मांगों पर कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोश व्यक्त किया. साथ ही प्रशासक के माध्यम से पीएम मोदी को ज्ञापन भेजकर आश्रितों के साथ ही इच्छा मृत्यु की स्वीकृति प्रदान करने को कहा है. ज्ञापन में सफाई नायकों ने कहा कि सफाई कार्यों से जुड़े कार्मिकों के भविष्य को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने तीन कमेटियों का गठन किया था.
डॉ ललित मोहन रयाल की अध्यक्षता में गठित कमेटियों की सिफारिशों को लागू कराए जाने को लेकर प्रदेश के सभी सफाई कर्मचारी संगठन लगातार संघर्ष कर रहे हैं. मांगों को लेकर दो वर्षों से सफाई कर्मचारियों को बेवकूफ बनाया जा रहा है. प्रदेश की धामी सरकार सफाई नायकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में दो-दो तरह के कानून लागू हैं. एक तरफ तो उपनल जैसा संगठन बनाकर उसमें नियोजित कार्मिकों को समस्त श्रम कानूनों का लाभ दिया जा रहा है. वहीं निकायों के सफाई कर्मियों की उचित मांग तक नहीं पूरी हो रही है.
उन्होंने कहा कि धामी सरकार जहां सजा काट रहे कैदियों को मुआवजा, बीमा और इलाज देने के लिए तत्पर हैं. वहीं कोरोना काल में सर्वसमाज के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले सफाई कर्मियों को न्याय देने के लिए उचित कदम नहीं उठाया जा रहा है. उन्होंने पीएम मोदी को भेजे ज्ञापन में उनके आश्रितों समेत इच्छा मृत्यु की स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है.
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