जयपुर. राजस्थान में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अब तक तीन महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा है. पाली से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने जा रही संगीता बेनीवाल इनमें से एक है. उन्होंने टिकट मिलने के बाद पाली से दो बार के सांसद और अपने प्रतिद्वंद्वी पीपी चौधरी के साथ केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर तंज कसा है. ई टीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि पाली में पेयजल किल्लत और रंगाई-छपाई उद्योग की समस्या का निस्तारण करवाना उनकी प्राथमिकता होगी.
संगीता बेनीवाल का कहना है, वे करीब 20 साल से कांग्रेस पार्टी में कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही हैं. पाली से भी उनका लंबे समय से जुड़ाव रहा है. उन्हें महिला कांग्रेस का देहात का अध्यक्ष बनाया गया था. तब से वे महिला सशक्तिकरण को लेकर काम कर रही हैं. महिलाओं के सम्मलेन भी उन्होंने करवाए हैं. 2019 से वे महंगाई राहत शिविर के जरिए आमजन से जुड़कर उनकी समस्याओं का निराकरण करवा रही हैं. 2018 से लेकर 2023 तक वे राजस्थान सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को लेकर पाली की प्रभारी रही और सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को धरातल पर लागू करवाने का काम किया है. जनता के बीच उनके सुख-दुख में भागीदारी निभाई है.
पीपी चौधरी से मुकाबला बड़ी चुनौती नहीं : दो बार के सांसद और एक बार केंद्र सरकार में मंत्री रहे पीपी चौधरी से मुकाबले की चुनौती के सवाल पर उन्होंने कहा, भारतीय जनता पार्टी ने पाली से दो बार के सांसद पीपी चौधरी को एक बार फिर मौका दिया है. पहली बार जब वे सांसद बने तो पार्टी को भी उनसे बहुत उम्मीद व आशा थी. इसलिए उन्हें मंत्री भी बनाया गया. लेकिन जब दूसरी बार वे पाली से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे तो उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया. वे सिर्फ चुनाव में वोट मांगने आते हैं. फिर पांच साल तक दिखाई ही नहीं देते हैं. अब उनके कार्यकर्ता ही उनके खिलाफ हैं. उनसे मुकाबला बड़ी चुनौती नहीं. हम मजबूती से चुनाव लड़ेंगे.
बाल अधिकार संरक्षण आयोग में क्रांतिकारी काम किए: संगीता बेनीवाल का कहना है कि उन पर कांग्रेस पार्टी ने भरोसा जताते हुए 2019 में बाल अधिकार संरक्षण आयोग का अध्यक्ष बनाया था. उनका तीन साल का कार्यकाल था. राजस्थान में बेहतरीन काम करने की वजह और आम जनता तक पहुंच की वजह से उन्हें तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद दोबारा बाल अधिकार संरक्षण आयोग का अध्यक्ष बनाया गया. उन्होंने जागरूकता अभियान चलाए और गुड टच बैड टच को लेकर बच्चों को जागरूक किया. उनका कहना है कि इस जागरूकता की वजह से ही बच्चे-बच्चियों के कॉल सीधे उनके पास आते थे. उनके समय में बाल अधिकार संरक्षण आयोग में क्रांतिकारी काम हुए.
गहलोत ने समझी पाली की पीड़ा : पाली के चुनावी मुद्दों से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, पाली में पानी का संकट लंबे समय से है और इस समस्या के निराकरण की मांग लंबे समय से उठाई जा रही है. मारवाड़ के ही गजेंद्र सिंह शेखावत केंद्रीय जलशक्ति मंत्री हैं. लेकिन उन्होंने कभी पाली की सुध नहीं ली. पाली की जनता पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आभारी है कि उन्होंने पाली की चिंता की और ट्रेन के जरिए पानी पहुंचाया. लेकिन कुछ काम केंद्र सरकार के स्तर के होते हैं. ऐसे में यदि पाली की जनता मौका देती है तो पानी की समस्या का समाधान करनेका प्रयास करेंगी.
रंगाई-छपाई उद्योग की समस्या भी हल करेंगे : संगीता बेनीवाल ने कहा कि पाली के रंगाई-छपाई उद्योग और उससे जुड़ी फैक्ट्रियों की समस्या और प्रदूषण की समस्या का विशेषज्ञों और स्थानीय लोगों से बात कर निपटारा करने का प्रयास किया जाएगा. ताकि लोगों को रोजगार भी मिल सके और प्रदूषण जैसी समस्या से जूझ रहे लोगों को भी राहत मिले. यह समस्या भी लंबे समय से बरकरार है और इसे लेकर गंभीरता से प्रयास नहीं किए गए हैं. जनता उन्हें मौका देती है तो पानी की समस्या के साथ ही प्रदूषण की समस्या को लेकर भी ठोस उपाय किए जाएंगे.
पाली में सबसे ज्यादा महिला वोटर : उनका कहना है कि राजस्थान में पाली में सबसे ज्यादा महिला वोटर्स हैं. ऐसे में वहां से महिला के रूप में उन्हें कांग्रेस पार्टी ने मौका दिया है. महिलाएं उनसे अपनी बात बहुत आराम से कह सकती हैं. हमारी पार्टी की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है. भाजपा महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा टिकट देने और महिला सशक्तिकरण की बात करती है. अब तक उन्होंने सिर्फ एक महिला को टिकट दिया है. जबकि कांग्रेस ने तीन महिलाओं को टिकट दिया है. उन्हें टिकट मिलने के बाद पाली की महिलाओं में भी उत्साह है.