सरगुजा: संदीप लकड़ा हत्याकांड की जांच जारी है. मृतक राजमिस्त्री संदीप लकड़ा की पत्नी ने अब न्याय के लिए राष्ट्रपति को खत लिखा है. अपने खत में सलीमा ने लिखा ''एक मैं एक आदिवासी हूं. मेरे इलाके का विधायक भी आदिवासी है, सांसद भी ट्रायबल है. प्रेदश के मुखिया भी आदिवासी ही हैं. इन सबके बावजूद मुझे न्याय नहीं मिल रहा है. महामहिम जी आप भी आदिवासी हैं मुझे न्याय चाहिए. क्या आदिवासी समाज में जन्म लेना भारत में अपराध है''.
विधवा सलीमा ने लिखा राष्ट्रपति के नाम खत: अपने पत्र सलीमा ने लिखा है कि ''वो न्याय मांगते मांगते थक चुकी है. अब उसे राष्ट्रपति से ही न्याय की उम्मीद है. तीन महीने से उसके पति के अंतिम संस्कार का इंतजार पूरा परिवार कर रहा है''. न्याय की मांग को लेकर सलीमा लगातार प्रदर्शन कर रही है. प्रदर्शन के दौरान संदीप और सलीमा का बेटा भी न्याय की तख्ती लेकर सड़कों पर उतरा है. मां के साथ वो लगातार पिता के हत्यारों को सजा दिलाने की मांग कर रहा है.
आत्मदाह की चेतावनी दी: संदीप लकड़ा की पत्नी सलीमा ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन आत्मदाह की चेतावनी भी दी है. संदीप की पत्नी का कहना है कि न्याय के इंतजार में पूरा परिवार भटक रहा है. सरगुजा जिला प्रशासन लगातार घटनाक्रम की जांच में जुटा है. कुछ आरोपियों को पुलिस ने पकड़ भी लिया है. पर पुलिस की पकड़ से मुख्य आरोपी अबतक फरार है. परिवार की मांग है कि दोषियों को जल्द पकड़ा जाए और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.
मैनपटा के लुरेना गांव से मिली थी लाश: 6 सितंबर को मैनपाट के लुरैना गांव की पानी टंकी के नीचे से शव मिला था. हत्यारों ने संदीप की हत्या के बाद जमीन में दफना दिया. जिस जगह पर शव को दफन किया उसके ऊपर पानी की टंकी बना दी थी. करीब तीन महीने बाद शव को जमीन से निकाला गया था. अबतक इस केस में छह लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. मुख्य आरोपी ठेकेदार अभिषेक पांडेय अभी भी फरार चल रहा है. पुलिस लगातार दबिश दे रही है.