संभल : पुलिस-प्रशासन की ओर से 1978 से बंद भगवान शिव और बजरंगबली के मंदिर के कपाट खुलवाने के बाद यहां पूजा-पाठ शुरू हो चुका है. बीजेपी जिला अध्यक्ष ने भी रविवार को मंदिर में पहुंचकर आराधना की. मुस्लिम आबादी के बीच स्थित इस मंदिर के प्रति लोग गहरी आस्था दिखा रहे हैं.
बीते 14 दिसंबर को DM डॉ. राजेंद्र पेंसिया और SP कृष्ण कुमार विश्नोई के नेतृत्व में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के इलाके दीपा सराय, खग्गू सराय, राय सत्ती आदि में बिजली चेकिंग अभियान चलाया गया था. इस दौरान अधिकारियों ने सपा सांसद के घर के नजदीक एक शिव मंदिर के कपाट को खुलवाया था.
यह शिव मंदिर वर्ष 1978 से बंद पड़ा था. 46 साल बाद इस मंदिर के खुलने से तमाम हिंदू समुदाय से जुड़े लोग मंदिर पहुंचे. पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में बकायदा मंदिर की साफ-सफाई के बाद भगवान शिव का ध्वज लगाया गया. रुद्राभिषेक किया गया. पूजा-पाठ और आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया.
सुरक्षा दृष्टि से यहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. वहीं स्थायी रूप से पुलिस भी तैनात कर दी गई है. दूर-दूर से हिंदू समुदाय के लोग पूजा करने के लिए पहुंच रहे हैं. प्रशासन ने मंदिर के नजदीक ही पाट दिए गए एक कुएं को भी खुलवाया.
रविवार की देर रात्रि संभल के भाजपा जिला अध्यक्ष चौधरी हरेंद्र सिंह तमाम नेताओं के साथ मंदिर पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि दशकों से बंद भगवान शिव के प्राचीन मंदिर को खुलवाने के बाद आस्था जाग उठी है. अब लग रहा है जैसे कि विलुप्त हो चुके सभी धर्मस्थलों को इसी तरह से उनके वास्तविक रूप में लाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि यहां भगवान शिव का मंदिर इस बात की गवाही देता है कि किस तरह से हिंदू समुदाय के लोगों ने यहां से पलायन कर लिया होगा. किन कारणों से यहां पर हिंदुओं ने पलायन किया, इसका सच पूरे देश के सामने आना चाहिए. कश्मीर के पंडितों का दर्द हमने सुना है लेकिन संभल के हिंदुओं का दर्द भी पूरे देश को सुनना चाहिए.
पिछली सरकारों को लेकर कहा कि उन्होंने कभी हिंदुओं के लिए काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि अब इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया जाएगा. मंदिर के आसपास पहले अतिक्रमण को भी साफ कराया जाएगा.