लखनऊ: Third Phase Polling Date: यूपी में लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के लिए दस सीटों पर 7 मई को मतदान होना है. इन सीटों में आगरा, आंवला, बदायूं, बरेली, एटा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, हाथरस, मैनपुरी और संभल शामिल हैं.
इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी ADR ने इन सीटों पर चुनाव लड़ रहे 100 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया, तो तमाम चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. इस चरण के कुल उम्मीदवारों में एक चौथाई पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, तो 20 फीसद प्रत्याशियों पर गंभीर मुकदमे हैं.
यदि संपत्ति की बात करें, तो 46 फीसद उम्मीदवार करोड़पति हैं. तीसरे चरण में सिर्फ 8 प्रतिशत महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं. एडीआर के मुख्य संयोजक संजय सिंह ने बताया कि तीसरे चरण के चुनाव में भी करोड़पति उम्मीदवारों की भरमार हैं.
इस बार 100 में से 46 यानी 46% उम्मीदवार करोड़पति हैं. भारतीय जनता पार्टी के 10 उम्मीदवारों में सभी दस, तो समाजवादी पार्टी के नौ में से सभी नौ करोड़पति हैं. यही स्थिति बसपा की भी है. बहुजन समाज पार्टी के नौ प्रत्याशियों में से सभी करोड़पति हैं.
उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 6.94 करोड़ है. मुख्य दलों में भारतीय जनता पार्टी के 10 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति लगभग 11.74 करोड़ है. समाजवादी पार्टी के नौ उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 47.67 करोड़ है, जबकि बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 9.45 करोड़ है.
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के प्रत्याशियों में बरेली से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे प्रवीण सिंह एरन की संपत्ति लगभग 182 करोड़ है. इसी तरह से फिरोजाबाद से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अक्षय यादव की संपत्ति 136 करोड़ के आसपास है.
मैनपुरी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं डिंपल यादव की संपत्ति लगभग 42 करोड़ है. सबसे कम संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष तीन उम्मीद्वारो की बात करें, तो आगरा लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हसनुराम अम्बेडकरी हैं. जिनकी कुल संपत्ति 12 हजार रुपये है.
दूसरे नंबर पर एटा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे कैलाश कुमार हैं, जिनकी संपत्ति 19 हजार बताई गई हैं. तीसरे नंबर पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रवि कुमार की कुल संपत्ति 21 हजार रुपये है.
आपराधिक मामलों की बात करें, तो 100 में से 25 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. इनमें से 20 फीसद उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले भी बताए हैं. आपराधिक मामले घोषित करने वाले उम्मीदवारों की चर्चा करें, तो भारतीय जनता पार्टी के 10 में से 4 (40%), समाजवादी पार्टी के नौ में से पांच ( 56%), बहुजन समाज पार्टी के नौ में से चार (44%) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
गंभीर आपराधिक मामलों की बात करें, तो भारतीय जनता पार्टी के 30%, समाजवादी पार्टी के 33% और बहुजन समाज पार्टी के 44% उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस के उम्मीदवार रामनाथ सिंह सिकरवार पर 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं.
दूसरे नंबर पर आपराधिक छवि के उम्मीदवार चौधरी बशीर हैं, जो फिरोजाबाद से बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार हैं. इन पर नौ आपराधिक मामले हैं. वहीं तीसरे नंबर पर संभल से लोग पार्टी के उम्मीदवार पवन कुमार हैं, जिन पर तीन आपराधिक मामले पंजीकृत हैं.
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 100 में से 33 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है, जबकि 52 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की हैं. एक उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की है.
12 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और दो उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है. यदि आयु की बात करें, तो 100 में से 28 (28 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की है. 54 उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है. 18 ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच बताई है.
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