लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव (MLC) को लेकर समाजवादी पार्टी ने अपने तीन उम्मीदवारों की घोषणा रविवार दोपहर में कर दी है. सपा ने आजमगढ़ के हाल ही में शामिल हुए शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली, भोगांव के दो बार विधायक रहे आलोक कुमार शाक्य और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रहे किरण पाल कश्यप को उम्मीदवार बनाया गया है.
समाजवादी पार्टी पर राज्यसभा चुनाव के दौरान यह आरोप लगा था कि पार्टी PDA फॉर्मूला की बात लगातार करती है. लेकिन उसने दो कायस्थों को टिकट दे दिया था. इस बार समाजवादी पार्टी ने सुधार करते हुए दो पिछड़ों और एक अल्पसंख्यक को टिकट दिया है. जबकि राज्यसभा में एक दलित को टिकट पहले ही दिया जा चुका है. इस तरह से समाजवादी पार्टी का PDA फार्मूला पूरा हो गया.
हाल ही में आजमगढ़ के नेता शाह आलम गुड्डू जमाली ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी. उनके पार्टी में आते ही अखिलेश यादव ने उनको एमएलसी के लिए टिकट देकर अल्पसंख्यक वर्ग को साधा है. इसी तरह सपा के राष्ट्रीय सचिव किरणपाल कश्यप को भी टिकट दिया गया है. शामली के रहने वाले किरण पाल कश्यप कई बार जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं. पश्चिम उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है. कृपाल के जरिए पश्चिम उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी एक संकेत देना चाहती है.भोगांव से दो बार के विधायक आलोक कुमार शाक्यभी पिछड़े वर्ग से आते हैं. यह लगातार समाजवादी पार्टी को उसके गढ़ में और मजबूत करते रहे हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नजदीकी बताए जाते हैं. इसलिए उनको समाजवादी पार्टी ने एमएलसी पद का उम्मीदवार बनाया है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव 21 मार्च को होगा. 11 मार्च तक होने वाली नामांकन प्रक्रिया चलेगी. भारतीय जनता पार्टी 10 और समाजवादी पार्टी तीन सीटों पर उम्मीदवार इस चुनाव में उतारेगी. जिसमें से भाजपा ने शनिवार को 8 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी थी. वहीं, रविवार को सपा ने अपने तीनों उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, भाजपा अपने सहयोगी दलों में राष्ट्रीय लोक दल को एक व अपना दल को भी एक सीट देने का फैसला किया है. माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी सहयोगी दल अपना दल की ओर से आशीष पटेल को उम्मीदवार बनाएगी. जबकि एक उम्मीदवार निषाद पार्टी का भी हो सकता है.