कोरिया: कोरिया जिले को पिछड़े इलाकों में गिना जाता है. जंगल और कोयला क्षेत्र होने के चलते यहां बच्चे कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाते हैं. जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का भी सालों से बुरा हाल रहा है. जंगल और पहाड़ी इलाका होने के चलते स्वास्थ्य सेवाओं का समय पर मुहैया कराना बड़ी चुनौती होती है. लेकिन इन चुनौतियों से पार पाकर भी स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों की सेवा में तत्पर हैं. जिले में इन दिनों टीकाकरण अभियान चल रहा है. इलाके में घर घर जाकर टीकाकरण किया जा रहा है.
रत्ना सिंह के जज्बे को करिए सलाम: स्वास्थ्य कर्मचारी रत्ना सिंह बच्चों को टीका देने के लिए गांव गांव पहुंच रही हैं. रास्ता खराब और बरसाती नाले में पानी होने के बावजूद वो गांव तक पहुंच रही है. गांव के लोग भी रत्ना सिंह के काम को देखकर अब उसे सुपर वुमन कह रहे हैं. रत्ना न सिर्फ बच्चों का टीकाकरण कर रही हैं बल्कि परिवार वालों को टीके के फायदे भी गिना रही हैं.
मंगलवार और शनिवार को पड़ते हैं टीके: जिले के ग्रामीण इलाकों में बच्चों को टीका देने की जिम्मेदारी महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों को मिली है. स्वास्थ्य कर्मचारी रत्ना सिंह को कांसाबहरा गांव में टीका देने की जवाबदेही मिली है. रत्ना रोज बरसाती नाले को पार कर गांव में पहुंचती है. नाले में पानी को नापने और खतरे को भांपने के लिए वो हाथों में डंडा साथ रखती है. डंडे की मदद से वो पानी की गहराई नापती हैं. स्वास्थ्य कर्मी रत्ना सिंह उप स्वास्थ्य केंद्र बारी में पदस्थ हैं.