जयपुर: जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी के निर्देश पर जयपुर जिले में सक्षम जयपुर अभियान शुरू करेगा. बस्सी पंचायत समिति में 25 नवंबर को सक्षम जयपुर अभियान का शुभारंभ होगा. यह अभियान दिव्यांगजनों के विकास का आधार बनेगा.
सक्षम जयपुर अभियान के तहत दिव्यांगजनों को चिन्हीकरण, स्वावलंबन पोर्टल पर प्रमाण पत्र बनाने, यूडीआईडी कार्ड बनाने, सुखद दाम्पत्य जीवन योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, पालनहार योजना, पेंशन योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना जैसी सरकारी योजनाओं के लाभ दिलाने तथा अंग, उपकरण वितरण करने के लिए चिकित्सकों की ओर से जांच कार्य किए जाएंगे. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक बीपी चंदेल ने बताया कि सक्षम जयपुर अभियान के तहत शिविरों का आयोजन दो चरणों में किया जाएगा.
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प्रथम चरण में पंचायत समिति स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जाएगा, उसके बाद नगर निगम स्तर पर भी सक्षम जयपुर अभियान शिविरों का आयोजन होगा. उन्होंने बताया कि जिले में दिव्यांगजनों को सकारात्मक और बाधामुक्त परिवेश प्रदान करने एवं अन्य नागरिकों की तरह जीविका उपार्जन कर आत्मनिर्भर बनाने और सम्मानजनक जीवन जीने की दिशा में कारगर साबित होगा.
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सामाजिक विभाग के उपनिदेशक कृष्णकांत सांखला ने बताया कि 25 नवंबर को बस्सी, 27 नवंबर को जमवारामगढ़ एवं आंधी, 28 नवंबर को कोटखावदा, 29 नवंबर को आमेर एवं जालसू, 3 दिसंबर को सिरसी, 4 दिसंबर को माधोराजपुरा, 10 दिसंबर को जोबनेर, 12 दिसंबर को सांभरलेक, 16 दिसंबर को किशनगढ़-रेनवाल, 17 दिसंबर को दूदू, 20 दिसंबर को मोजमाबाद, 24 दिसंबर को फागी, 26 दिसंबर को शाहपुरा, 27 दिसंबर को गोविंदगढ़, 30 दिसंबर को तुंगा, 2 जनवरी को चाकसू और 7 जनवरी को सांगानेर पंचायत समिति परिसर में सुबह 10 बजे से शाम 7 तक सक्षम जयपुर अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि शिविरों में जिन दिव्यांगजनों ने अभी तक पंजीकरण नहीं करवाया है, उनका पंजीकरण करवाया जाएगा एवं जिनका पंजीकरण हो गया है, उनका आकलन किया जाएगा. जिनका आकलन हो चुका है उनका मेडिकल बोर्ड की ओर से परीक्षण कर दिव्यांगता योग्यता प्रमाण पत्र बनाया जाएगा.
सांखला ने बताया कि जिन दिव्यांगजनों का यूडीआईडी कार्ड एवं दिव्यांगजन प्रमाण पत्र बन गया है, उन दिव्यांगजनों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा. इसके लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के कार्मिक शिविर में मौजूद रहेंगे. साथ ही, शिविर में ही रोडवेज अधिकारियों की ओर से रोडवेज पास बनवाने की कार्रवाई भी की जाएगी. उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों की आवश्यकता अनुसार सहायक अंग और उपकरण के लिए चिकित्सकों से जांच कराई जाएगी एवं आवश्यक सहायक उपकरणों की सूची बनाई जाएगी. अगले चरण में लगने वाले कैंपों में सहायक उपकरण वितरित किए जाएंगे.
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक बीपी चंदेल ने बताया कि पूर्व में केवल 7 श्रेणियों में ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाए जाते थे, अब इन्हें बढ़ाकर 21 श्रेणियां में कर दिया गया है. इन 21 श्रेणियां में दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं. नई जोड़ी गई प्रमुख श्रेणियां में बौनापन, सिलिकलसेल से ग्रसित, हीमोफीलिया रोगी इत्यादि शामिल हैं. उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाकों में सक्षम जयपुर अभियान के सफल आयोजन के बाद जयपुर शहर में भी शिविरों का आयोजन किया जाएगा.