सहारनपुर : जीआरपी सहारनपुर ने 4 दिन पहले हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेन से चोरी हुई दो साल की बच्ची को सकुशल बरामद कर चौंकाने वाला खुलासा किया है. बच्ची के चोरी मामले में बच्ची के पिता, उसके दादी की भूमिका सामने आई है. बच्ची को लुधियाना से बरामद किया गया है. पुलिस के अनुसार महिला का पति अपनी पत्नी से तलाक चाहता था. इसलिए उसने अपनी मां और बहन के साथ मिलकर अपनी ही बच्ची को गायब करने की साजिश रची थी. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बता दें, 17 अक्टूबर को पंजाब के संगरूर जिले के गांव गोसपुरा का रहने वाला हारून हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस से अपनी पत्नी और बच्ची के साथ सफर कर रहा था. ट्रेन के सहारनपुर पहुंचने पर अचानक उसकी दो साल की सायरा चोरी हो गई थी. घटना के बाद रेलवे पुलिस को सूचना दी गई. आरोप था कि बुर्का पहने दो महिलाओं ने बच्ची को चुराया था. जांच के दौरान स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज में दो महिलाएं बच्ची को ले जाते दिखीं. इस मामले में बिजनौर के नूरपुर के मोहल्ला भट्टावाला निवासी महिला अपने पति हारून खान के साथ सहारनपुर जीआरपी थाने में केस दर्ज किया गया था.
जीआरपी पुलिस ने ट्रेन रूट के करीब 500 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ सायरा से जुड़े लिंक तलाशने शुरू किए. इसके बाद पुलिस बच्ची चुराने वाली दोनों महिलाओं मीना बेगम और उसकी बहन शबाना बेगम को लुधियाना स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर बच्ची को बरामद कर लिया. पूछताछ में शबाना ने बताया कि हारून खान मेरा बेटा है. वह अपनी पत्नी से तलाक चाहता है. इसलिए मैंने अपनी बहन के साथ मिलकर बच्चे को ट्रेन से चुरा लिया था.
सीओ जीआरपी श्वेता आशुतोष ने बताया कि दो साल की बच्ची को खोजने के लिए 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए थे. पुलिस टीम ने 48 घंटे के अंदर लड़की को बरामद कर लिया है. सहारनपुर में बच्ची की पहचान उसकी मां ने की है. कानूनी कार्रवाई के बाद बच्ची को मां के हवाल कर दिया गया है. वहीं तीनों आरोपियों के खिलाफ अपहरण की धारा में केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
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