सागर। सेंट्रल यूनिवर्सिटी सागर में डिप्टी रजिस्ट्रार की नियुक्ति को लेकर सवाल उठ रहे हैं. रोजाना कोई ना कोई संगठन डिप्टी रजिस्ट्रार की नियुक्ति की जांच की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है. इन संगठनों का आरोप है कि डॉ हरिसिंह गौर यूनिवर्सिटी में हुई उप कुलसचिव सत्यप्रकाश उपाध्याय की नियुक्ति में धांधली की गई है. उप कुलसचिव पद के लिए अयोग्य व्यक्ति को पद पर बिठा दिया गया है. इसी की जांच की मांग को लेकर शिवसैनिकों ने कुलपति निवास के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और डिप्टी रजिस्ट्रार का पुतला जलाया.
डिप्टी रजिस्ट्रार का विरोध क्यों
डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में हाल ही में डिप्टी रजिस्ट्रार पद पर सत्यप्रकाश उपाध्याय की नियुक्ति हुई है. और अब उनकी नियुक्ति पर सवाल खड़े हो रहे हैं. कहा जा रहा है कि सत्यप्रकाश उपाध्याय के पास डिप्टी रजिस्ट्रार पद के लिए जरूरी योग्यता ही नहीं है. नियुक्ति में गड़बड़ी करके महत्वपूर्ण पद पर उनका चयन किया गया है. पिछले दिनों इसी सिलसिले में शिवसैनिकों ने कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता को ज्ञापन सौंपकर डिप्टी रजिस्ट्रार की नियुक्ति की जांच और पद से हटाए जाने की मांग की थी.
शिवसैनिकों ने जलाया पुतला
किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं होने पर शिवसैनिकों ने कालीचरण चौराहे स्थित कुलपति निवास के सामने जमकर नारेबाजी की. शिवसैनिकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन भी सौंपा और प्रदर्शन करते हुए डिप्टी रजिस्ट्रार का पुतला दहन किया. शिवसेना उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी ने कहा कि विश्वविद्यालय में उप कुलसचिव के पद पर अपात्र व्यक्ति की नियुक्ति की जांच की मांग कई संगठन करते आ रहे हैं, लेकिन कुलपति का संरक्षण प्राप्त होने के कारण अभी तक जांच कमेटी गठित नहीं हो पाई है. डिप्टी रजिस्ट्रार पद के लिए जरुरी प्रशासनिक अनुभव नहीं है, ऐसे डॉ. सर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय की गरिमा धूमिल हो रही है.
शिवसेना ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
शिवसेना जिला प्रमुख दीपक लोधी ने विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता पर आरोप लगाया है कि कुलपति लगातार शहर के लोगों की भावनाएं आहत करने का काम कर रहीं हैं. इसके पहले छात्रावास में गणेश स्थापना को लेकर भी हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का काम किया था. रामनवमी के दिन राष्ट्रीय अवकाश होने पर भी अवकाश नहीं रखा गया था. इसी तरह डिप्टी रजिस्ट्रार सत्य प्रकाश उपाध्याय की नियुक्ति में गड़बड़ी को लेकर कुलपति कोई कदम नहीं उठा रही हैं. अगर कुलपति ने नियुक्ति में गड़बड़ी की जांच नहीं कराई, तो शिवसेना उग्र आंदोलन करेगी.