सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के अस्थि रोग विभाग के रेजिडेंट डॉक्टर को निष्कासित कर दिया गया है. दरअसल डॉक्टर साहब का एक वीडियो वायरल हो रहा था. जिसमें वह मेडिकल कॉलेज में एक मरीज और उसके परिजनों को धमका रहे थे और धमकाने के दौरान बार-बार पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव का नाम ले रहे थे कि किसी से भी फोन करवा लेना, मैं तेरे जैसे 50 हजार लोगों को रोज देखता हूं. तेरे जैसे छर्रे और भार्गव का फोन कराने वाले रोज देखता हूं. मैं जब आऊं तो सलीके से रहना, नहीं तो गार्ड बुलवाकर बाहर करवा दूंगा. यह वीडियो खुद गोपाल भार्गव ने मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ आर एस वर्मा को भेजा था. वायरल वीडियो पर कार्रवाई करते हुए डीन ने अस्थि रोग विभाग के रेसीडेंट डॉक्टर केशव सेन को निष्कासित कर दिया है.
रेजिडेंट डॉक्टर ने मरीज को धमकाया
दरअसल मेडिकल कॉलेज सागर के डीन डॉ. आर एस वर्मा के लिए पूर्व मंत्री और रहली विधायक गोपाल भार्गव ने 6 अप्रैल की रात को एक वीडियो भेजा था. जिसमें बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के अस्थि रोग विभाग के रेजिडेंट डॉक्टर केशव सेन एक मरीज के लिए जोर-जोर से चिल्ला रहे थे. दरअसल मरीज और उनके परिजन अपने केस के संबंध में फाइल देखना चाहते थे. इस बात को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर केशव सेन भड़क गए और मरीज और उनके परिजनों को चिल्लाने लगे कि 10 बार नहीं बताएंगे, मरीज को दिखा चुके हैं. वह खुद पढ़ा लिखा है. दो दिन से सह रहा हूं.दिमाग खराब करके रखा है.
रेजीडेंट डॉक्टर निष्कासित
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीन के पास जैसे ही मंत्री गोपाल भार्गव ने ये वीडियो भेजा तो मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया. दूसरे दिन ही मामले की जांच कर रेजिडेंट डॉक्टर केशव सेन के लिए एनएमसी की गाइडलाइन के अनुसार 15 दिन के लिए निष्कासित कर दिया गया है.
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रेजिडेंट डाक्टर ने साधी चुप्पी
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के मीडिया ऑफिसर डॉक्टर उमेश पटेल ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि "डीन डॉक्टर आरएस वर्मा को वीडियो प्राप्त हुआ था और वीडियो सही पाए जाने के बाद रेजिडेंट डॉक्टर के निष्कासन की कार्रवाी की गई है". वहीं जब घटना के संबंध में रेजिडेंट डॉक्टर केशव सेन से मोबाइल पर संपर्क करना चाहा, तो मोबाइल रिसीव नहीं हुआ है.