नई दिल्लीः सफदरजंग अस्पताल ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. जिसमें उन्होंने वार्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और सफदरजंग अस्पताल (एसजेएच) में एक अत्याधुनिक समर्पित पीडियाट्रिक एंडोस्कोपी सूट और 10-बिस्तर वाले डे केयर विभाग का उद्घाटन किया है. यह परियोजना स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) की मदद से शुरू की गई है. इस समर्पित पीडियाट्रिक एंडोस्कोपी सूट का उद्देश्य बच्चों को पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी और हेपेटोलॉजी बीमारियों के लिए नैदानिक और चिकित्सीय एंडोस्कोपी सेवाएं प्रदान करना है. इस सूट में एक प्रशिक्षित और समर्पित टीम द्वारा सेवाएं प्रदान की जाती हैं, जो या तो फ्री या बहुत कम लागत पर उपलब्ध होती हैं.
किसी भी सरकारी अस्पताल को यह सुविधा हासिल नहीं: यह सुविधाएं बच्चों के जठरांत्र और हेपेटोलॉजी विकारों के लिए एक बड़ी मदद साबित होंगी. अब तक किसी भी सरकारी अस्पताल में बच्चों के लिए समर्पित एंडोस्कोपी सुविधा उपलब्ध नहीं थी. पहले बच्चों की एंडोस्कोपी एडल्ट एंडोस्कोपी की तरह ही की जाती थी. अब इस नए सेंटर में 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई एंडोस्कोपी सेवाएं उपलब्ध होंगी, जिसमें प्रीमेच्योर बच्चों का भी उपचार संभव होगा.
बच्चों के लिए एंडोस्कोपी सेंटर वाला पहला सरकारी अस्पताल बना: इस समर्पित पीडियाट्रिक एंडोस्कोपी सूट के उद्घाटन से बच्चों में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिकल और हेपेटोलॉजिकल समस्याओं के लिए फौरन और प्रभावी उपचार मिलेगा. अस्पताल प्रशासन, चिकित्सा सुपरिंटेंडेंट प्रो. (डॉ.) संदीप बंसल के नेतृत्व में यह उपलब्धि हासिल की गई है. इस पहल के माध्यम से, सफदरजंग अस्पताल अब बच्चों के लिए एंडोस्कोपी सेंटर बनाने वाला देश का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है. यह कदम चिकित्सा क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार को दर्शाता है और बच्चों के इलाज के लिए एक नया मानक स्थापित करता है.
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