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Rural Urban Heritage Festival: हरियाणवी लोक संगीत पर जम के थिरके लोग, अली जान के सूफी बैंड ने बांधा समां

Rural Urban Heritage Festival: चंडीगढ़ में एक मार्च से शुरू हुए रूरल अर्बन हेरिटेज फेस्टिवल में कलाकारों का प्रर्दशन जारी है. बड़ी संख्या में लोग फेस्टिवल में शामिल हो रहे हैं.

Rural Urban Heritage Festival
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Mar 6, 2024, 12:43 PM IST

चंडीगढ़: चंडीगढ़ में रूरल अर्बन हैरिटेज फेस्टिवल में बड़ी संख्या में चंडीगढ़वासी भाग ले रहे हैं. मेले में 7 देशों और 20 राज्यों के जाने-माने कलाकार लोक नृत्य और लोक संगीत, शिल्प कला और सूफी संगीत आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे हैं. कल शाम हरियाणवी लोक संगीत और अली जान के सूफी बैंड ने समां बांध दिया.

हरियाणवी लोक संगीत: रूरल अर्बन हेरिटेज फेस्टिवल में मंगलवार की शाम हरियाणवी लोक संगीत और अलीजान के ग्रुप द्वारा सूफी गायन के नाम रही. फेस्टिवल के चौथे दिन परेड ग्राउंड में मौसम भी अच्छा था. दिनभर कला प्रेमियों की चहल कदमी नजर आती रही और जैसे ही शाम हुई तो संगीत के दीवानों ने हरियाणवी लोक संगीत पर खूब डांस किया.

सूफी गायन का जलवा: चंडीगढ़ के युवाओं के लिए सूफी बैंड का तजुर्बा शानदार रहा. अली जान के सूफी बैंड ने अच्छी सूरत को समझने की जरूरत क्या है, सादगी भी कयामत की अदा होती है, से कार्यक्रम की शुरुआत की. इसके बाद सोनी लगदी ओ मैंनूं सोनी लगदी, तुम जो आ जाते हो मस्जिद में अदा करने नमाज,
तू माने या ना माने दिलदारा असां ते तेनु रब मन्या, जैसे गानों की झड़ी लगा दी. उनके जबरदस्त़ परफॉर्मेंस ने युवाओं को थिरकने के लिए मजबूर कर दिया.

बुधवार को क्या होगा खास: रूरल अर्बन हेरिटेज फेस्टिवल में दोपहर में महिलाओं के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. महिलाओं के लिए फन पार्टी का आयोजन किया गया है. वहीं शाम को जम्मू का लोक संगीत लोगों को देखने मिलेगा. देर शाम को वडाली घराने के सतपाल वडाली की सूफी गायकी से दर्शक रूबरू होंगे.

ये भी पढ़ें: Rural Urban Heritage Festival: चंडीगढ़ में दस दिनों तक जीवंत होंगे लोकरंग, जाने माने कलाकारों की होगी प्रस्तुति

ये भी पढ़ें: चंडीगढ़ में महिला दिवस की तैयारी जारों पर, आठ मार्च को 300 महिलाएं लाल साड़ी पहनकर लगाएंगी दौड़

चंडीगढ़: चंडीगढ़ में रूरल अर्बन हैरिटेज फेस्टिवल में बड़ी संख्या में चंडीगढ़वासी भाग ले रहे हैं. मेले में 7 देशों और 20 राज्यों के जाने-माने कलाकार लोक नृत्य और लोक संगीत, शिल्प कला और सूफी संगीत आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे हैं. कल शाम हरियाणवी लोक संगीत और अली जान के सूफी बैंड ने समां बांध दिया.

हरियाणवी लोक संगीत: रूरल अर्बन हेरिटेज फेस्टिवल में मंगलवार की शाम हरियाणवी लोक संगीत और अलीजान के ग्रुप द्वारा सूफी गायन के नाम रही. फेस्टिवल के चौथे दिन परेड ग्राउंड में मौसम भी अच्छा था. दिनभर कला प्रेमियों की चहल कदमी नजर आती रही और जैसे ही शाम हुई तो संगीत के दीवानों ने हरियाणवी लोक संगीत पर खूब डांस किया.

सूफी गायन का जलवा: चंडीगढ़ के युवाओं के लिए सूफी बैंड का तजुर्बा शानदार रहा. अली जान के सूफी बैंड ने अच्छी सूरत को समझने की जरूरत क्या है, सादगी भी कयामत की अदा होती है, से कार्यक्रम की शुरुआत की. इसके बाद सोनी लगदी ओ मैंनूं सोनी लगदी, तुम जो आ जाते हो मस्जिद में अदा करने नमाज,
तू माने या ना माने दिलदारा असां ते तेनु रब मन्या, जैसे गानों की झड़ी लगा दी. उनके जबरदस्त़ परफॉर्मेंस ने युवाओं को थिरकने के लिए मजबूर कर दिया.

बुधवार को क्या होगा खास: रूरल अर्बन हेरिटेज फेस्टिवल में दोपहर में महिलाओं के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. महिलाओं के लिए फन पार्टी का आयोजन किया गया है. वहीं शाम को जम्मू का लोक संगीत लोगों को देखने मिलेगा. देर शाम को वडाली घराने के सतपाल वडाली की सूफी गायकी से दर्शक रूबरू होंगे.

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