पंचकूला: मंगलवार शाम कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने पंचकूला सेक्टर-1 स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में कष्ट निवारण समिति की बैठक की. बैठक में उस वक्त हंगामा हो गया, जब एक प्रोफेसर अपने डॉक्टर बेटे के साथ न्याय की गुहार लगाने पहुंचा. शिकायत के दौरान प्रोफेसर की पुलिस से कहासुनी हुई. एक तरफ प्रोफेसर ने पुलिस कर्मिचारियों पर मारपीट का आरोप लगाया, तो दूसरी तरफ पंचकूला पुलिस ने प्रोफेसर और उसके बेटे पर दांतों से काटने का आरोप लगाया.
पंचकूला में कष्ट निवारण समिति की बैठक में हंगामा: संजीव अग्रवाल प्रोफेसर हैं और उनका बेटा राहुल अंबाला में सरकारी डॉक्टर है. दोनों मंगलवार की शाम करीब 5 बजे कष्ट निवारण समिति की बैठक में न्याय मांगने पहुंचे थे. दोनों ने वहां पहुंचकर मंत्री से उन्हें न्याय दिलवाने की गुहार लगाई, लेकिन उस दौरान मंत्री विपुल गोयल किसी अन्य शिकायत की सुनवाई कर रहे थे. इसके बाद पुलिसकर्मी उन्हें बाहर ले गए. जिसके बाद जमकर बवाल हुआ.
मंत्री विपुल गोयल से मिलने की जिद: दोनों बाप-बेटा मंत्री विपुल गोयल के सामने न्याय की गुहार लगाने की जिद पर अड़े थे. जिस पर एएसपी मनप्रीत सिंह सूदन और एसीपी सुरेंद्र सिंह दोनों बाहर उन्हें समझा रहे थे. तभी पंचकूला सिटी मजिस्ट्रेट विश्वनाथ ने दोनों से बात की. इसके बाद बाप-बेटा गेस्ट हाउस परिसर में ही खड़े हो गए और कहा कि जब तक वो पुलिस कमिश्नर से नहीं मिलते. बाहर नहीं जाएंगे. इस बात लेकर पुलिस और शिकायतकर्ताओं में कहासुनी हुई.
पुलिस और शिकायतकर्ता के बीच हाथापाई: मौके पर मौजूद डीएसपी विक्रम नेहरा और सेक्टर-7 थाना एसएचओ एसआई राजबीर यादव ने दोनों को पुलिस कमिश्नर से उनके ऑफिस में जाकर मुलाकात करने को कहा, लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ी. कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल के सामने किसी तरह का हंगामा या विवाद ना हो, इसके लिए पुलिसकर्मियों ने बाप-बेटे को पुलिस गाड़ी में बैठा कर दूर छोड़ने की कोशिस की, इस दौरान दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हुई.
पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप: प्रोफेसर संजीव अग्रवाल ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस कमिश्नर के ऑफिस में उनके साथ मारपीट की गई और उनका फोन भी रख लिया. वहीं पुलिस का आरोप है कि संजीव अग्रवाल और उसके बेटे ने पुलिस कर्मियों से हाथापाई की और एसीपी-एसएचओ के हाथ और पैर पर काट लिया. फिलहाल पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर सेक्टर-7 पुलिस थाने में केस दर्ज किया. वहीं घायल एसीपी और एसएचओ का मेडिकल सेक्टर-6 स्थित सिविल अस्पताल में करवाया गया.
पूर्व एसीपी पर रिश्वत का आरोप: प्रोफेसर संजीव अग्रवाल ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्होंने रंजिश के तहत उसके बेटे का अपहरण किया और 40 हजार रुपये रिश्वत की मांग की. इसी केस में न्याय की गुहार लेकर दोनों मंत्री विपुल गोयल के पास पहुंचे थे. जहां ये हंगामा हुआ. पंचकूला पुलिस ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि ना तो किसी ने उनसे मारपीट की है और ना ही फोन छीना है.
आरोप-प्रत्यारोप में उलझा मामला: पंचकूला पुलिस के एसीपी विक्रम नेहरा ने कहा कि बाप-बेटे को शांति बनाए रखने को कहा जा रहा था, लेकिन प्रोफेसर संजीव अग्रवाल ने उनके हाथ पर और उनके बेटे डॉक्टर राहुल ने एसएचओ राजबीर यादव के हाथ पर दांत से काट दिया. ऐसे में दोनों के खिलाफ पंचकूला सेक्टर-7 पुलिस थाने में केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.