लोहरदगा: झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल प्रत्याशियों का चेहरा तलाशने में जुट गए हैं. कांग्रेस पार्टी की ओर से भी रायशुमारी के माध्यम से प्रत्याशियों की तलाश की जा रही है. कांग्रेस पार्टी चाह रही है कि वह कार्यकर्ताओं की मर्जी से प्रत्याशी का चयन करें. जिससे जीत आसान हो जाए.
इन सबके बीच लोहरदगा विधानसभा सीट पर सबकी नजर है. यह सीट बेहद महत्वपूर्ण सीट है. इसके पीछे वजह है कि यहां झारखंड सरकार के मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव विधायक हैं. वह चाहते हैं कि उन्हें इस सीट से फिर एक बार मौका मिले. हालांकि इस बार टिकट को लेकर मंत्री रामेश्वर उरांव की राह आसान नजर नहीं आ रही है. उनके सामने कांग्रेस के दिग्गज नेता खड़े दिखाई दे रहे हैं. लोहरदगा लोकसभा सीट से सांसद सुखदेव भगत लगातार स्थानीय प्रत्याशी की मांग कर रहे हैं. लोहरदगा में रायकुमारी को लेकर हुई बैठक में फिर एक बार हंगामेदार रही है.
कुल 11 दावेदार, सुखदेव भगत मांग रहे स्थानीय प्रत्याशी
लोहरदगा विधानसभा सीट को लेकर पिछले दिनों प्रत्याशियों से आवेदन की मांग की गई थी. जिसमें कुल 11 लोगों ने लोहरदगा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. अब ऐसे आवेदनों और प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस पार्टी रायशुमारी कर रही है. प्रत्याशी के रूप में डॉ. रामेश्वर उरांव, अभिनव सिद्धार्थ, रोहित उरांव, विशाल डुंगडुंग, सुखैर भगत, दिलीप कुमार टोप्पो सहित 11 उम्मीदवार हैं.
लोहरदगा जिला कांग्रेस कार्यालय में इसको लेकर मंगलवार को बैठक हुई. जिसमें पर्यवेक्षक के रूप में कांग्रेस के वरीय नेता भीम कुमार, खुद लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुखदेव भगत मंत्री, डॉ. रामेश्वर उरांव, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सुखैर भगत सहित कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. स्थानीय उम्मीदवार की मांग को लेकर खूब शोर-शराबा हुआ. कांग्रेस के सांसद सुखदेव भगत स्थानीय उम्मीदवार की मांग दोहराते रहे. उन्होंने बाहरी उम्मीदवार का विरोध किया. सुखदेव भगत के साथ उनके समर्थकों ने भी खूब नारेबाजी की.
वहीं मंत्री रामेश्वर उरांव के समर्थकों ने भी उनके समर्थन में नारेबाजी की. इस बैठक के दौरान एक प्रकार से डॉ. रामेश्वर उरांव के नाम का सांसद की ओर से स्थानीय उम्मीदवार के बहाने विरोध नजर आया. पहले भी सुखदेव भगत लगातार डॉ. रामेश्वर उरांव से स्थानीय उम्मीदवार के लिए लोहरदगा सीट छोड़ने की मांग कर चुके हैं. कांग्रेस पार्टी के बीच वर्तमान में उम्मीदवार को लेकर जो स्थिति नजर आ रही है, उससे एक बात तो तय है कि प्रत्याशी को लेकर भले ही एक नाम तय हो जाए या पार्टी कोई एक नाम तय कर दे, पर कार्यकर्ताओं को एकजुट रख पाना बेहद मुश्किल हो जाएगा.
लोहरदगा विधानसभा सीट को लेकर प्रत्याशी के चयन में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के पसीने छूटने वाले हैं. वजह साफ है कि यहां पर पार्टी उम्मीदवार के नाम पर कई नाम में बंटी हुई नजर आ रही है. एक दो नहीं, बल्कि 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं. वर्तमान विधायक और झारखंड सरकार के मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव के नाम को लेकर हंगामा मचा हुआ है. खुद सांसद सुखदेव भगत बार-बार कह रहे हैं कि स्थानीय उम्मीदवार को मौका मिले. बाहरियों को यहां निमंत्रण क्यों देना. ऐसी स्थिति में राज्य की राजनीति में मजबूत पकड़ रखने वाले डॉक्टर रामेश्वर उरांव के लिए भी राह आसान नहीं है.
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