ETV Bharat / state

भीषण ठंड में लखीसराय के RTI कार्यकताओं का प्रदर्शन, 14 मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर - Corruption In Lakhisarai

Protest In Lakhisarai: लखीसराय में भष्ट्राचार के खिलाफ आरटीआई कार्यकताओं का धरना जारी है. इस कड़ती ठंड में दूसरे दिन भी कार्यकताओं अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे है. यह प्रदर्शन जिले के समाहरणालय स्थित धरना मैदान में किया जा रहा है.

Protest In Lakhisarai
आरटीआई कार्यकताओं का धरना
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 24, 2024, 1:35 PM IST

लखीसराय: बिहार के लखीसराय में विकास के नाम पर लूटी गई राशि की बंदरबाट और भष्ट्राचार के खिलाफ आरटीआई कार्यकताओं द्वारा दूसरे दिन भी धरना जारी है. यह धरना जिले के जिला समाहरणालय के धरना मैदान मे दिया जा रहा है. बतया जा रहा कि इस कड़ती ठंड में बुधवार को दूसरे दिन भी आरटीआई कार्यकताओं ने भष्ट्र अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई समेत विभिन्न 14 सूत्री मांगों को लेकर धरना दे रहे है.

योजनाओं को घर तक पहुंचाने की अपील: मिली जानकारी के अनुसार, आरटीआई सह सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सरकार द्वारा संचालित विकास एवं जन कल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाने को लेकर यह प्रदर्शन किया है. उन्होंने योजना को कटिबद्ध तरीके से आम जन के सामने रखने, विकास को सही दिशा दिखाने तथा जिला प्रखंड, नगर परिषद एंव ग्राम पंचायत स्तर पर सभी संचालित योजनाओं को घर तक पहुंचाने की अपील की है.

आरोपियों पर नहीं होती कार्रवाई: इस दौरान सभी का कहना है कि सरकार योजनाओं में शामिल भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों पर कार्रवाई करें. ऐसा नहीं होने पर उनका धरना जारी रहेगा. इन लोगों का कहना है कि आरटीआई के माध्यम से मिली जानकारी के बाद जो गडबड़ी सामने आती है, उसकी शिकायत मुख्यमंत्री, विरोधी दल के नेता, उच्च न्यायालय और राष्ट्रपति तक को दी जाती है. लेकिन इसके बावजूद भी कार्रवाई नहीं होती है. इसी बात से नाराज होकर सभी अनिश्चित कालीन धरना पर बैठे है.

यह रहे 14 सूत्री मांगों में मुख्य बिंदू:

1. जिला कार्यालय में लंबित विकास योजना एंव जन कल्याणीकारी योजना के विरूद्ध शिकायत पर कार्रवाई
2. लंबित सूचना अधिकार एंव अपीलीय आवेदन का निष्पादन
3. पंचायत स्तर पर मिली शिकायत पर कार्रवाई और जांच
4. स्वच्छता, निर्माण एंव उपस्कार क्रय में भष्ट्राचार की जांच एंव कार्रवाई
5. सामग्री आपूर्ति हेतू निबंधित फर्जी भेण्डरों की जांच
6. मनरेगा के तहत 10 पंचायतों में किए गए कार्यो की जांच
7. सांसद और विधायक के द्वारा प्रस्तावित विकास योजनाओं की जांच
8. ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा निर्मित सड़कों की जांच
9. जनवितरण प्रणाली में लाभुक को दो किलो अनाज कम देने की जांच एवं कार्रवाई
10. 2021/22/23 में सरकारी नलकूप की मरम्मती कार्य पर आवंटित राशि की लुट
11. प्रधानमंत्री आवास योजना में व्यापक लुट की जांच
12. सरकारी जमीन अतिक्रमण मुक्त
13. थाना, एएसपी एवं एसपी कार्यालय में जनता द्वारा उपलब्ध सूचना एवं शिकायत की प्राप्ति रसीद देने की मांग
14. गंगा पम्प नहर परियोजना सूर्यगढ़ा मे व्यय की राशि की निष्पक्ष जांच को शमिल किया गया है।

ये लोग रहे उपस्थित: वहीं, इस मौके पर मुख्य रूप से सामाजिक कार्यकताओं में टुनटुन प्रसाद सिंह, अमोद कुमार सिंह, रामचन्द्र मंडल, संतोष कुमार सिंहा, रणवीर सिंह, संजय कुमार, बटोही यादव पूर्व मुखिया, संजय कुमार प्रजापति सहित अन्य लोग शािमल उपस्थित रहे है.

"व्यवस्था के विरूद्ध हमलोग धरना दे रहे है. शिकायत देने के बाद भी आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. गड़बड़ी मिलने के बाद भी समय पर अधिकारियों द्वारा जांच पड़ताल नहीं की जाती है. कई ऐसी योजना है, जिसमें गड़बड़ी सामने आया है. यहां तक कि आवेदन देने के बाद कार्यकाताओं पर ही फर्जी केश डाल दिया जाता है. आदेश के बाद भी धरातल पर कार्य नहीं हो रहा है." - अमोद सिंह, कार्यकर्ता, आरटीआई

इसे भी पढ़े- 14 माह के बकाया वेतनमान की मांग को लेकर बीएलपी कॉलेज के शिक्षकों का अनिश्चितकालीन धरना

लखीसराय: बिहार के लखीसराय में विकास के नाम पर लूटी गई राशि की बंदरबाट और भष्ट्राचार के खिलाफ आरटीआई कार्यकताओं द्वारा दूसरे दिन भी धरना जारी है. यह धरना जिले के जिला समाहरणालय के धरना मैदान मे दिया जा रहा है. बतया जा रहा कि इस कड़ती ठंड में बुधवार को दूसरे दिन भी आरटीआई कार्यकताओं ने भष्ट्र अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई समेत विभिन्न 14 सूत्री मांगों को लेकर धरना दे रहे है.

योजनाओं को घर तक पहुंचाने की अपील: मिली जानकारी के अनुसार, आरटीआई सह सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सरकार द्वारा संचालित विकास एवं जन कल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाने को लेकर यह प्रदर्शन किया है. उन्होंने योजना को कटिबद्ध तरीके से आम जन के सामने रखने, विकास को सही दिशा दिखाने तथा जिला प्रखंड, नगर परिषद एंव ग्राम पंचायत स्तर पर सभी संचालित योजनाओं को घर तक पहुंचाने की अपील की है.

आरोपियों पर नहीं होती कार्रवाई: इस दौरान सभी का कहना है कि सरकार योजनाओं में शामिल भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों पर कार्रवाई करें. ऐसा नहीं होने पर उनका धरना जारी रहेगा. इन लोगों का कहना है कि आरटीआई के माध्यम से मिली जानकारी के बाद जो गडबड़ी सामने आती है, उसकी शिकायत मुख्यमंत्री, विरोधी दल के नेता, उच्च न्यायालय और राष्ट्रपति तक को दी जाती है. लेकिन इसके बावजूद भी कार्रवाई नहीं होती है. इसी बात से नाराज होकर सभी अनिश्चित कालीन धरना पर बैठे है.

यह रहे 14 सूत्री मांगों में मुख्य बिंदू:

1. जिला कार्यालय में लंबित विकास योजना एंव जन कल्याणीकारी योजना के विरूद्ध शिकायत पर कार्रवाई
2. लंबित सूचना अधिकार एंव अपीलीय आवेदन का निष्पादन
3. पंचायत स्तर पर मिली शिकायत पर कार्रवाई और जांच
4. स्वच्छता, निर्माण एंव उपस्कार क्रय में भष्ट्राचार की जांच एंव कार्रवाई
5. सामग्री आपूर्ति हेतू निबंधित फर्जी भेण्डरों की जांच
6. मनरेगा के तहत 10 पंचायतों में किए गए कार्यो की जांच
7. सांसद और विधायक के द्वारा प्रस्तावित विकास योजनाओं की जांच
8. ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा निर्मित सड़कों की जांच
9. जनवितरण प्रणाली में लाभुक को दो किलो अनाज कम देने की जांच एवं कार्रवाई
10. 2021/22/23 में सरकारी नलकूप की मरम्मती कार्य पर आवंटित राशि की लुट
11. प्रधानमंत्री आवास योजना में व्यापक लुट की जांच
12. सरकारी जमीन अतिक्रमण मुक्त
13. थाना, एएसपी एवं एसपी कार्यालय में जनता द्वारा उपलब्ध सूचना एवं शिकायत की प्राप्ति रसीद देने की मांग
14. गंगा पम्प नहर परियोजना सूर्यगढ़ा मे व्यय की राशि की निष्पक्ष जांच को शमिल किया गया है।

ये लोग रहे उपस्थित: वहीं, इस मौके पर मुख्य रूप से सामाजिक कार्यकताओं में टुनटुन प्रसाद सिंह, अमोद कुमार सिंह, रामचन्द्र मंडल, संतोष कुमार सिंहा, रणवीर सिंह, संजय कुमार, बटोही यादव पूर्व मुखिया, संजय कुमार प्रजापति सहित अन्य लोग शािमल उपस्थित रहे है.

"व्यवस्था के विरूद्ध हमलोग धरना दे रहे है. शिकायत देने के बाद भी आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. गड़बड़ी मिलने के बाद भी समय पर अधिकारियों द्वारा जांच पड़ताल नहीं की जाती है. कई ऐसी योजना है, जिसमें गड़बड़ी सामने आया है. यहां तक कि आवेदन देने के बाद कार्यकाताओं पर ही फर्जी केश डाल दिया जाता है. आदेश के बाद भी धरातल पर कार्य नहीं हो रहा है." - अमोद सिंह, कार्यकर्ता, आरटीआई

इसे भी पढ़े- 14 माह के बकाया वेतनमान की मांग को लेकर बीएलपी कॉलेज के शिक्षकों का अनिश्चितकालीन धरना

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.