सीकर: शहर के गोकुलपुरा थाना पुलिस ने दो दिन पहले गोकुलपुरा थाना क्षेत्र के कहारों की ढाणी इलाके में बाइक सवार युवक के साथ 25.26 लाख रुपए की लूट के मामले में मास्टरमाइंड सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वारदात के बाद आरोपियों ने लूटे हुए रुपए का बंटवारा कर लिया था, लेकिन उन्हें खर्च करने के पहले ही पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया.
पीड़ित अजय कुमार निवासी वैध की ढाणी ने 29 अक्टूबर रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि वह 28 अक्टूबर की दोपहर अपने घर का अनाज बेचने के लिए सीकर गया था. यहां उसने अनाज और अन्य उपज को बेचकर 16.20 लाख रुपए अलग-अलग थैलियों में डालकर अपने बैग में रख लिए. इसके बाद रानोली गया, तो वहां उसके सेठ मुकेश गोस्वामी के कहने पर वह रामनिवास कुमावत के कपड़े की दुकान पर गया. जहां रामनिवास ने 9 लाख रुपए दे दिए. सभी पैसे अजय ने अपने बैग में रख लिए.
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अजय सभी रुपए लेकर अपने अकाउंट में जमा करवाने और सीकर में ज्वेलरी शोरूम के बकाया राशि देने के लिए सीकर आ रहा था. जैसे ही वह शाम को 4 बजे के करीब कहारों की ढाणी के पास हाईवे होते हुए लकड़दास महाराज के मंदिर की तरफ पहुंचा, तो वहां पर पीछे से एक बोलोरो कैंपर गाड़ी आई. यह गाड़ी अजय की बाइक की तरफ आई, तो अजय ने अपनी बाइक को डिवाइडर की तरफ दबा दिया. गाड़ी का ड्राइवर गेट खोलकर नीचे उतरा और फिर धक्का देकर अजय को नीचे गिरा दिया. गाड़ी में अन्य लोग भी बैठे थे वह भी नीचे उतरे, मारपीट करके बैग छीन लिया.
इसके बाद बदमाश अपनी कैंपर गाड़ी को लेकर सीकर की तरफ भाग गए. लेकिन अजय ने बदमाशों की एक गाड़ी की फोटो ले ली थी. पुलिस ने घटना के बाद सबसे पहले गाड़ी की पहचान की, तो गाड़ी झुंझुनू के शंकर की निकली. गाड़ी के आधार पर पुलिस एक आरोपी तक पहुंची. इसके बाद मामले में कुल पांच लोगों को डिटेन किया गया. जिनमें नवीन ढाका (21) पुत्र महेंद्र सिंह, दिनेश ढाका (25) पुत्र मूलाराम, अंकित ढाका (23) पुत्र गोकुलचंद, शंकर कुमावत (23) पुत्र शिशपाल और कैलाश मीठारवाल (38) पुत्र पूरणमल शामिल है.
पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने बताया कि आरोपियों पर पूर्व में कोई मामले दर्ज नहीं हैं. इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड कैलाश है. कैलाश रानोली इलाके में टाइल्स लगाने का काम करता है. जो पीड़ित अजय को जानता था और उसे पता था कि अजय कलेक्शन का भी काम करता है. इसके बाद कैलाश ने झुंझुनू के ही रहने वाले अपने चार साथियों को इसमें शामिल किया और फिर अजय की रैकी करके वारदात को अंजाम दिया.
पुलिस के अनुसार घटना के बाद आरोपियों ने पैसों का बंटवारा कर लिया और फिर अपने-अपने घर पर चले गए. लेकिन पुलिस ने इस वारदात को इतना जल्दी सुलझाया कि आरोपी इन पैसों को खर्च करने से पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए. पुलिस ने सभी से लूट की पूरी राशि 25.26 लाख बरामद कर ली. घटना में शामिल नवीन और दिनेश वर्तमान में पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं अंकित और शंकर खेती और अन्य काम करते हैं. वारदात के दौरान काम में ली गई कार शंकर की थी जिसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया है.