रांची: रांची रेलवे स्टेशन पर मानव तस्करों की गतिविधियों को लेकर रेल पुलिस पूरी तरह सतर्क है. इसी क्रम में आरपीएफ और नन्हे फरिश्ते की टीम ने दो नाबालिग लड़कियों को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया. मामले में एक मानव तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया है.
आरपीएफ इंस्पेक्टर दिगंजय शर्मा ने बताया कि रांची रेलवे स्टेशन पर चेकिंग के दौरान प्लेटफॉर्म संख्या दो और तीन के पास दो नाबालिग लड़कियों को एक व्यक्ति के साथ संदिग्ध स्थिति में बैठे देखा गया. दोनों लड़कियां डरी हुई दिख रही थीं. इसके बाद व्यक्ति से स्टेशन पर उसकी उपस्थिति के बारे में पूछताछ की गई, लेकिन वह किसी बात का संतोषजनक जवाब नहीं दे सका.
मामला संदेहास्पद होने के कारण तीनों को आरपीएफ पोस्ट लाया गया, जहां आरपीएफ इंस्पेक्टर और महिला पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में जब दोनों नाबालिग लड़कियों से बात की गई, तो पता चला कि उन्हें हरियाणा ले जाया जा रहा था.
पोल्ट्री फार्म के मालिक से तस्कर ने लिए थे 15 हजार
आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि गिरफ्तार मानव तस्कर ने बताया कि वह उन्हें हरियाणा ले जा रहा था. बदले में उसे हरियाणा के एक पोल्ट्री फार्म के मालिक से 15 हजार रुपये मिले थे. मुक्त कराए गए दोनों नाबालिगों से पूछताछ और हिरासत में लिए गए व्यक्ति के कबूलनामे से यह बिल्कुल स्पष्ट हो गया कि पोल्ट्री मालिक से दलाली लेकर दोनों नाबालिगों को जबरन मजदूरी के लिए हरियाणा भेजा जा रहा था.
सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मानव तस्कर अनिल मंसिद ओरैया को सब इंस्पेक्टर सोहन लाल ने गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई के लिए एएचटीयू थाना कोतवाली को सौंप दिया. इस संबंध में एएचटीयू थाना कोतवाली ने आरोपी के विरुद्ध बीएनएस और 75/81जेजे एक्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सीडब्ल्यूसी रांची के मौखिक आदेशानुसार दोनों लड़कियों को उनकी सुरक्षा के लिए प्रेमाश्रय रांची को सौंप दिया गया है.
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