सिरसा: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक उठापटक का दौर जारी है. नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है. सिरसा से बीजेपी उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. आज नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है. उन्होंने कहा कि मैंने सिरसा विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन वापस ले लिया. बीजेपी संगठन के आदेश से मैंने नामांकन भरा था. उनके आदेश से मैंने अपना नामांकन वापस ले लिया. अब इस सीट पर बीजेपी गोपाल कांडा का समर्थन कर सकती है. गोपाल कांडा इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. अब कांडा का मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी गोकुल सेतिया से होगा. जबकि जेजेपी से शेरपुर चुनावी मैदान में हैं.
'संगठन का आदेश स्वीकार': बीजेपी उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि संगठन का आदेश था कि नामांकन वापस लिया जाए. तो मैंने संगठन के आदेश की पालना करते हुए नामांकन वापस ले लिया है. इसके बाद बीजेपी कार्यालय में बीजेपी नेताओं और पदाधिकारियों की मीटिंग रखी गई है. बैठक में आगामी रणनीति तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी संगठन से बिल्कुल भी नाराज नहीं हूं. मैं एक संगठन का सिपाही हूं और संगठन के सिपाही के तौर पर ही आगामी आदेश की पालना भी करूंगा.
सियासी बयानबाजी तेज: रोहताश जांगड़ा के नामांकन वापस लेते ही प्रदेश की सियासत भी गरमा गई है. नेताओं की प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है. जेजेपी नेता दिग्विजय चौटाला ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सिरसा की सभी 5 सीटों पर बीजेपी का सफाया होगा. मुझे इस माहौल में कहीं बीजेपी के कोई संकेत नजर नहीं आ रहे हैं. सिरसा जिला में सभी सीटों पर बीजेपी ने कमजोर उम्मीदवार उतारे हैं. साथ ही दिग्विजय ने कहा कि इनेलो-बीजेपी एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. लेकिन न तो इनेलो को कुछ हासिल होगा और न ही बीजेपी को कुछ मिलने वाला है. उन्होंने कहा कि हमने तो समय रहते ही बीजेपी से छुटकारा पा लिया. अब बीजेपी के साथ जो भी गठबंधन करेगा उसका बेड़ा गर्क होगा.