रोहतक: बीजेपी नेता मनीष ग्रोवर ने हरियाणा विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि वो इस बार रोहतक से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. मनीष ग्रोवर ने कहा कि वो 1971 से राजनीति में सक्रिय हैं, लेकिन इस बार वो संगठन का काम संभालना चाहते हैं. तीसरी बार प्रदेश में भाजपा की सरकार लाना चाहते हैं. इसलिए उन्होंने फैसला किया है कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे.
मनीष ग्रोवर नहीं लड़ेंगे चुनाव: बता दें कि साल 2014 से 2019 तक मनीष ग्रोवर बीजेपी सरकार में मंत्री रहे हैं. साल 2014 में रोहतक सीट से चुनाव जीतकर राज्य सहकारिता मंत्री बने थे. अब अचानक से मनीष ग्रोवर ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला कर सभी को चौंका दिया. पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि वो संगठन में रहकर काम करना चाहते हैं ताकि हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बने. उन्होंने कहा कि ये उनका निजी फैसला है.
हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी सरकार बनाना लक्ष्य: पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि वो 1971 से सक्रिय राजनीति में हैं. कई बार वो पार्षद व जिला अध्यक्ष भी रहे. उन्होंने कहा कि राजनीति में उनका कोई मां-बाप नहीं था. वो निचले स्तर से अपने बलबूते पर संघर्ष करते हुए भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मंत्री पद तक पहुंचे हैं. भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें रोहतक विधानसभा से पांच बार चुनाव लड़ाया. जिसके लिए उन्होंने बीजेपी का धन्यवाद किया.
मनीष ग्रोवर ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा पर साधा निशाना: मनीष ग्रोवर ने भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधा. कांग्रेस के हरियाणा मांगे हिसाब अभियान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा के 10 साल के कार्यकाल में जमकर भ्रष्टाचार हुआ. भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा को चाहिए कि वो हरियाणा की जनता को पहले उसका हिसाब दे.