दुर्ग: रसमड़ा में टिंबर व्यापारी के घर 7 जून शुक्रवार की रात डकैतों ने धावा बोलकर लाखों का माल लूट लिया था. पुलिस ने अब कार्रवाई करते हुए अंतर्राज्यीय डकैत गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए डकैत की निशानदेही पर डकैती का माल खपाने वाला एजेंट को भी मध्य प्रदेश के धार से पकड़ा है. डकैतों के गिरोह ने टिंबर व्यापारी के परिवार को बंधक बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था. डकैत टिंबर व्यापारी के घर से 35 तोला सोना और 26 हजार कैश लेकर भाग निकले थे. अंजोरा थाने में डकैती का केस दर्ज हुआ था.
रसमड़ा डकैती कांड का खुलासा: डकैतों ने 7 और 8 जून की दरम्यानी रात को टिंबर मर्चेंट के घर पर धावा बोलकर लाखों की डकैती डाली थी. घटना की सूचना के बाद अंजोरा पुलिस ने डकैती की वारदात को दर्ज किया. घटना बड़े व्यापारी से जुड़ा था लिहाजा पुलिस ने डकैतों को पकड़ने के लिए जमीन आसमान एक कर दिया. दुर्ग पुलिस टीम 22 दिनों तक मध्य प्रदेश के झाबुआ में कैंप करती रही. पुलिस को खबर थी कि भील गिरोह के लोग इस डकैती कांड में शामिल हैं. डकैतों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार दबिश भी दे रही थी.
भील डकैत गिरोह के सदस्य रसमड़ा के अलावा रिसाली एनएसपीसीएल कॉलोनी, रायपुर के खम्हारडीह और पूर्व में कोरबा जिले के कटघोरा में भी नकबजनी और डकैती की घटना को अंजाम दे चुके हैं.: चिराग जैन, सीएसपी, दुर्ग
डकैतों का एजेंट मध्य प्रदेश से गिरफ्तार: पुलिस ने मध्य प्रदेश से डकैतों के एक एजेंट को भी गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया एजेंट भूरसिंह धार का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि रसमड़ा कांड को अंजाम देने के लिए डकैत धार से इंदौर गए. वहां से हैदराबाद होते हुए रायपुर पहुंचे. इसके बाद रायपुर से सभी डकैत प्लान के तहत रसमड़ा पहुंचे. डकैती वाले स्पॉट पर जाने के लिए डकैतों ने ऑटो का इस्तेमाल किया था. डकैती के बाद सभी लोग ट्रक से लिफ्ट लेकर नागपुर भाग गए थे.
लूट का माल एजेंट और डकैत से बरामद: सीएसपी ने बताया कि आरोपियों ने डकैती के बाद लूट का माल जिसमें 20 लाख के गहने थे बेच दिए. दो कीमती घड़ियां भी डकैतों ने बेच दी. डकैत जो कैश लूट कर भागे थे वो कैश भी खर्च कर दिया गया था. पुलिस ने आरोपी भंगू के पास से सोने का लॉकेट और एक अंगूठी बरामद की है. धार से पकड़े गए डकैतों के एजेंट से 5200 की नकदी और एक नेकलेस बरामद हुआ है.