फरीदाबाद: हरियाणा की फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने लूट के विदेशी गैंग को गिरफ्तार किया है. ये गैंग घरों में सेंध लगाकर लूट की वारदात को अंजाम देता था. इस विदेशी गैंग ने फरीदाबाद में लूट की वारदात को अंजाम दिया था. 27 जुलाई की रात ग्रीनफील्ड कॉलोनी के मकान में लूट की वारदात सामने आई थी. बताया गया कि नौकरानी ने अपने साथियों के साथ हथियार के बल पर लाखों की लूट की वारदात को अंजाम दिया था.
लूट के विदेशी गैंग के पांच सदस्य गिरफ्तार: सूचना मिलने पर सूरजकुंड थाना पुलिस ने लूट का मामला दर्ज किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने हेमेंद्र कुमार मीणा, पुलिस उपायुक्त अपराध को आरोपियों को पकड़ने के दिशा निर्देश दिए. जिस पर अपराध शाखा NIT की टीम ने 29 जुलाई को लूट की वारदात में शामिल महिला सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया.
नेपाल के रहने वाले हैं सभी आरोपी: पुलिस उपायुक्त अपराध हेमेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में महिला आरोपी पदमा उर्फ आरती उर्फ करिश्मा, मुख्य आरोपी शंकर भुल, दीपक सिंह, पल्लभ राज और बाल बहादुर सरकी का नाम शामिल हैं. सभी आरोपी मूल रूप से नेपाल के जिला कैलाली के रहने वाले हैं. सभी आरोपी मिलकर गैंग के रूप में कार्य करते हैं. इस गैंग का मुखिया शंकर भुल है.
महिला नौकरानी बनकर करती थी रेकी: पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि गैंग का मुखिया शंकर भुल शहर में मकानों पर खाना बनाने वाले अन्य नेपालियों से संपर्क करके किसी भी बड़े घर पर खाना बनाने व काम करने के लिए महिला साथी को उपलब्ध कराकर नौकरी लगवाता था. इसके अतिरिक्त महिला साथी खुद भी संपर्क करके नौकरी पर लग जाती थी. इसके उपरान्त महिला नौकरानी मौका देखकर परिवार के खाने में नशीला पदार्थ खिलाकर सदस्यों को बेहोश करके अपने साथियों के साथ मिलकर घर से ज्वेलरी व नगदी की लूट/चोरी की वारदात को अंजाम देते थे.
फरीदाबाद में की थी लूट: आरोपी शंकर भुल नौकरी पर बदल-बदल कर लड़के/लड़कियों को भेजता था और योजना के तहत लूट व डकैती की वारदातों को अंजाम देता था. इसी प्रकार गैंग के सरगना शंकर भुल ने 25 जुलाई को आरोपी महिला पदमा उर्फ आरती उर्फ करिश्मा को ग्रीन फील्ड कॉलोनी के मकान पर खाना बनवाने के लिए नौकरी पर लगवाया था. जुलाई 27/28 की रात के समय घर पर एक बुजुर्ग महिला व एक अन्य नौकरानी मौजूद थी.
लूट के बाद फरार हो गए थे आरोपी: इस दौरान नौकरानी पदमा उर्फ आरती उर्फ करिश्मा ने फोन करके अपने साथी शंकर भुल, दीपक सिंह, पल्लभ राज और बाल बहादुर सरकी को घर पर बुला लिया था. शंकर भुल और बाल बहादुर सरकी घर के अंदर आ गए तथा दीपक सिंह व पल्लभ राज घर के बाहर खड़े हो गए, घर के अंदर आरोपियों ने हथियार दिखाकर ज्वैलरी व नगदी की लूट की वारदात को अंजाम देकर माल सहित मौके से फरार हो गए थे.
पुलिस ने पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार: सूचना मिलते ही अपराध शाखा की टीम एक्शन में आ गई. अपराध शाखा NIT की टीम ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए तथा अपने गुप्त सूत्रों व तकनीकी सहायता से महिला सहित पांच आरोपियों को बदरपुर बॉर्डर से गिरफ्तार किया. पूछताछ में सामने आया कि गैंग के सरगना ने अपने अलग-अलग साथियों के साथ उत्तरी भारत में 9 वारदातों को अंजाम दिया है.
कई राज्यों में कर चुके लूट: इन वारदातों में 2 फरीदाबाद, 3 गुरुग्राम, 2 दिल्ली, 1-1 जयपुर और लुधियाना की वारदात शामिल हैं. इन सभी लूट में लगभग 6 करोड़ रुपए लूटी गई है. वारदात के दौरान शंकर भुल अलग-अलग साथियों को गैंग में शामिल करता था. गैंग का सरगना शंकर भुल अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर था. वो किसी भी मामले में गिरफ्तार नहीं हुआ था. गैंग के सभी सदस्य नेपाल के कैलाली जिला के रहने वाले हैं.