हिसार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को पानीपत आ रहे हैं. पीएम के दौरे और कार्यक्रम की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है. इस बीच हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने प्रधानमंत्री की रैली के लिए भारी संख्या में रोडवेज बसें ले जाए जाने पर आपत्ति जताई है. संगठन का कहना है कि इससे यात्रियों को परेशानी होगी, जो उचित नहीं है.
सांझा मोर्चा ने जताई आपत्ति: सांझा मोर्चा के वरिष्ठ नेता राजबीर दुहन और अजय दुहन ने रैली में भारी संख्या में रोडवेज बसों को ले जाने पर आपत्ति जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी के सोमवार को पानीपत में होने वाले कार्यक्रम के लिए प्रदेश भर के रोडवेज डिपुओं से बसें मांगी गई है. हिसार डिपो की बात की जाए तो लगभग सभी बसें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के लिए मांग ली गई है. यहां पर लीज और एसी बस सहित कुल 250 बसें हैं, जबकि अकेले रोडवेज बसों की बात की जाए तो हिसार डिपो और हांसी सब डिपो में मिलाकर 230 के आसपास बसें हैं. इन दोनों जगहों से लगभग सभी बसें मांग ली गई है. सोमवार होने के कारण यात्रियों की समस्या बढ़ना स्वाभाविक है.
और मांगी जा सकती है 10-15 बसें: सांझा मोर्चा के नेता ने बताया कि हिसार डिपो की बसों में से 70 बसें करनाल, 60 पानीपत के लिए जानी है, जबकि 53 बसें विभिन्न गांवों में भेजी जानी है. इसके अलावा 10-15 बसें और भी मांगी जा सकती है. उन्होंने कहा कि हिसार डिपो से मांगी गई बसों को देखा जाए तो प्रदेश के सभी डिपुओं से इतनी ही बसें मांगी गई है, जिससे सोमवार को प्रदेशभर में जनता को परेशानी झेलनी पड़ेगी.
सरकार को करना चाहिए वाहनों का प्रबंध: मोर्चा का कहना है कि जनता के लिए कल्याणकारी नीतियां बनाने और उसका प्रचार प्रसार करने के लिए बड़ी रैलियों का यदि आयोजन आवश्यक है, तो इसके लिए वाहनों का प्रबंध भी सरकार को करना चाहिए. सरकारी बसों का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए नहीं किया जाना चाहिए. वो भी तब जब यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ती हो. रोडवेज नेताओं ने यात्रियों से भी अनुरोध किया कि वे सोमवार को संभलकर यात्रा करें और अपने वाहनों का प्रबंध करें.
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