बारां: जिले में भारी बारिश का क्रम बुधवार से ही जारी है. जिले में 2 से लेकर साढ़े चार इंच तक बारिश बीते 24 घंटे में हो चुकी है. इसके चलते बारां जिले की अधिकांश नदियां उफान पर हैं. कईं कस्बों और गांवों की निचली बस्तियों में पानी भर गया है. शाहबाद इलाके में पलको नदी भी उफान पर है, जिससे नदी का पानी देवरी गांव में प्रवेश कर गया. पलको नदी के तालाब की पाल बीते महीने 18 अगस्त को टूट गई थी. इसके चलते तालाब में पानी नहीं रुक पा रहा है.
दूसरी तरफ केलवाड़ा अस्पताल में प्रसव कराने के लिए आ रही एक गर्भवती भी भैंसासुर नदी में उफान के चलते केलवाड़ा नहीं पहुंच पाई. उसको असहनीय दर्द हुआ और ट्रैक्टर-ट्रॉली में ही उसका प्रसव कराया गया. सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और प्रसूता व नवजात को नाव के सहारे केलवाड़ा के किनारे तक ले जाया गया. फिर केलवाड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब प्रसूता और नवजात दोनों स्वस्थ हैं. इधर, जिले के प्रभारी मंत्री देवाराम ओटासी, किशनगंज विधायक ललित मीणा सहित आला प्रशासनिक अधिकारी शाहबाद क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे. हालांकि ये नेता भी देवरी नहीं जा पाए.
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आधे रास्ते से लौटी बसें : बारां-झालावाड़ मेगा हाईवे पर परवन नदी की पुलिया पर पानी आ जाने के चलते मार्ग अवरुद्ध हो गया. इसके चलते दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई. वहीं, बारां से झालावाड़ आने जाने वाली रोडवेज की बसें भी संचालित नहीं हो पाई. कुछ बसें नदी तक पहुंच गई थी, लेकिन वहां से उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा है. मध्य प्रदेश और हाड़ौती के झालावाड़-बारां में हुई तेज बारिश के चलते ही परवन नदी उफान पर आई है. ऐसे में यातायात अवरुद्ध होने के चलते लोगों को खासी परेशानी हुई है. अधिकांश लोग बदले हुए रूट से ही यात्रा करने को मजबूर हैं.