गुरुग्राम: सोहना रोड पर सड़क धंसने का मामला सामने आया है. करीब छह महीने में ये हादसा दूसरी बार हुआ है. सड़क धंसने से एक निजी स्कूल की छात्रों से भरी बस इसमें फंस गई. गनीमत रही कि बस में मौजूद छात्रों को कोई चोट नहीं आई. सूचना मिलते ही ट्रैफिक पुलिस, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सहित गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. जिन्होंने धंसी हुई सड़क में फंसी बस को बाहर निकाला.
गुरुग्राम में धंसी सड़क: एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि जीएमडीए की मास्टर सीवर लाइन धंसने के कारण ये सड़क धंसी है. फिलहाल यहां बैरिकेड लगाकर सड़क का एक हिस्सा बंद कर दिया गया है. जल्द ही इसकी मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि दोपहर के वक्त छात्रों से भरी निजी स्कूल की बस सोहना रोड से गुजर रही थी. अचानक सुभाष चौक के पास सड़क धंस गई और बस का अगला पहिया उसमें धंस गया.
सोहना में बस सड़क में फंसी: अचानक गड्ढे में फंसने से बस में मौजूद छात्रों को जोरदार झटका लगा, लेकिन गनीमत रही कि इस घटना में किसी भी छात्र को कोई चोट नहीं लगी. बता दें कि सुभाष चौक पर जहां ये हादसा हुआ है. वहां करीब 25 दिसंबर 2023 को भी सड़क धंस गई थी. जब एनएचएआई की टीम मौके पर पहुंची और सड़क धंसने का कारण जांचा, तो सामने आया कि इस स्थान से जीएमडीए की मास्टर सीवर लाइन गुजर रही है.
जीएमडीए की मास्टर सीवर लाइन लीक: अधिकारियों के मुताबिक मास्टर सीवर लाइन के लीक होने के कारण ये हादसा हुआ है. इसकी मरम्मत के लिए उस वक्त एनएचएआई की टीम ने जीएमडीए की मदद की, ताकि यहां जल्द ही मरम्मत कार्य किया जा सके, लेकिन जीएमडीए की लापरवाही के कारण यहां मरम्मत कार्य करीब एक महीने तक चला था. अभी मानसून की पहली बरसात हुई है. जिसके बाद एक बार फिर यहां सीवर लाइन लीक हो गई और सड़क धंस गई.
बड़ा हादसा होने से टला: बता दें कि राजीव चौक से सोहना तक करीब 800 करोड़ रुपये की लागत से एलिवेटेड रोड बनाया गया है. इस रोड के बनने के बाद शहर वासियों को जाम से निजात मिली थी. अब सुभाष चौक के पास सड़क धंसने से एनएचएआई और जीएमडीए के अधिकारियों में हलचल मच गई. एनएचएआई के अधिकारी राकेश भारद्वाज ने बताया कि जीएमडीए की लापरवाही से दूसरी बार इस तरह की घटना हुई है. गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.