बलौदाबाजार: शहर में पिछले 18 महीनों में सड़क हादसों में 670 लोगों की जान जा चुकी है. सड़क हादसों में 998 लोग बुरी तरह से घायल हो चुके हैं. लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों के चलते सड़क पर रोजाना सफर करने वाले मुसाफिरों की चिंता बढ़ती जा रही है. बीते तीन महीनों में 77 लोगों की जान सड़क हादसों में जा चुकी है.
रफ्तार का कहर: सिमगा थाना इलाके में दो सगे भाईयों समेत तीन लोगों की जान रफ्तार ने ले ली. पुलिस के मुताबिक लिमतरा के ढेकुना ग्राम में तीन युवक मोटर साइकिल से जा रहे थे. नेशनल हाईवे ढेकुना के पास ट्रक से उनकी टक्कर हो गई. हादसे में बाइक सवार तीनों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे के बाद गांव में मातम का माहौल है.
जान हथेली पर लेकर सफर करते हैं लोग: शहर के सिमगा रोड की हालत हादसों को लेकर सबसे खराब है. स्थानीय लोगों की शिकायत है कि यहां की सड़कों पर चलना जान दांव पर लगाने के बराबर है. बड़े वाहन जिस रफ्तार से यहां दौड़ते हैं उससे हादसों की संभावना हमेशा बनी रहती है. लोगों का कहना है कि जिले में पांच से छह सीमेंट के प्लांट हैं. मटेरियल लाने और ले जाने के लिए बड़े बड़े ट्रक यहां से होकर गुजरते हैं.
जिला प्रशासन पर आरोप: स्थानीय लोगों की शिकायत है कि ट्रैफिक डिपार्टमेंट और जिला प्रशासन की नाक के नीचे बड़े वाहन तेज रफ्तार से यहां से निकलते हैं. ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं होने से भी हमेशा हादसों का अंदेशा बना रहता है. लोगों का कहना है कि यातायात विभाग अगर सख्ती से नियमों का पालन कराए तो सड़क हादसों में कमी आ सकती है.
डराने वाले आंकड़े: सड़क हादसों और उससे होने वाली मौतों के आंकड़ों के हिसाब से जिले की सड़कें पूरे प्रदेश में कुख्यात हैं। साल 2022 में जिले में 578 सड़क दुर्घटनाओं में 283 लोगों की मौत हुई. 421 लोग सड़क हादसों में घायल हुए. साल 2023 में 541 सड़क दुर्घटनाओं में 287 लोगों की मौत हुई. 449 लोग घायल हुए. जनवरी, फरवरी और मार्च महीने में ही 165 सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिसमें 77 लोगों ने अपनी जान गंवाई. वहीं 128 लोग घायल हुए. जबकी पूरा साल अभी बाकी है. इस तरह बीते दो साल और 4 महीने में ही जिले में 647 लोगों की मौत हो चुकी है. हादसों में 998 लोग घायल हुए हैं.