जोधपुर/नागौर : मेड़ता की लवकुश कॉलोनी से बुधवार दोपहर एक साथ तीन अर्थियां उठी. जोधपुर के भाण्डू गांव के पास ट्रेलर की टक्कर से कार सवार मेड़ता निवासी रमेश, उसकी पत्नी पार्वती और मां इंद्रा सेन की मौत हो गई थी. बुधवार को तीनों का अंतिम संस्कार किया गया. वहीं, दूसरी तरफ रमेश के पिता अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. वो जोधपुर के एस हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर हैं. रमेश और पार्वती को दो बच्चे सहित 3 लोग भी अस्पताल में भर्ती हैं.
जोधपुर में पोस्टमार्टम सहित प्रक्रिया के बाद मृतक रमेश, उनकी पत्नी पार्वती और मां इंद्रा के शव एंबुलेंस से मेड़ता सिटी स्थित लवकुश नगर उनके घर पहुंचे. परिवार के तीन सदस्यों की मौत की खबर के बाद रिश्तेदार, परिचित, दोस्त और मोहल्ले के लोग एकत्रित हो गए. घर से गमगीन माहौल में शाम 4 बजे एक साथ तीनों अर्थियां उठी और अंतिम यात्रा शुरू हुई, जो चूंदिया रोड स्थित सेन समाज के मुक्तिधाम पहुंची. यहां रमेश और उनकी पत्नी पार्वती की एक चिता और मां इंद्रा का दूसरी चिता पर अंतिम संस्कार किया गया. ये देख वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं.
पढे़ें. Rajasthan: जोधपुर में सड़क हादसा: पति-पत्नी और मां की मौत, 2 मासूमों सहित चार घायल
मम्मी-पापा की मौत से अनजान बच्चे : रमेश का बेटा गर्वित और खुशी अपने माता-पिता और दादी की मौत से अनजान हैं. अभी परिजनों ने दोनों को कुछ भी नहीं बताया. दोनों ही बच्चे मम्मी-पापा के पास जाने की जिद कर रहे हैं. जोधपुर में हुए सड़क हादसे के बाद मेड़ता विधायक लक्ष्मणराम कलरू, पूर्व पालिकाध्यक्ष गौतम टाक, पार्षद राजेंद्र सांखला, मेड़ता सेन समाज अध्यक्ष सहित जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे. इस दौरान विधायक कलरू ने मौके पर जिला कलेक्टर से फोन पर वार्ता कर मृतकों के आश्रितों को आर्थिक सहायता दिलाए जाने को लेकर बातचीत की. विधायक ने परिजनों को विभागीय कार्रवाई के आधार पर मुआवजा दिलवाए जाने का आश्वासन भी दिया.