रांची: झारखंड के शहरी इलाकों में पाइपलाइन योजना को धरातल पर उतारने के दौरान हो रही धांधली का मामला सदन में जोर-शोर से उठा. मामला इस कदर गरमाया कि संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने स्पीकर से विधानसभा की तीन सदस्य समिति बनाकर पूरे मामले की जांच का आग्रह कर दिया. ध्यानाकर्षण के दौरान इस मामले को रांची से भाजपा विधायक सीपी सिंह ने उठाया था. समिति अब जांच करेगी कि आखिर इस तरह की लापरवाही क्यों हो रही है?
ध्यानाकर्षण के दौरान रांची के भाजपा विधायक सीपी सिंह के कहा कि पेयजलापूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाया जा रहा है. नई सड़क को जगह-जगह काट दिया गया है. गड्ढों को स्टोन डस्ट से भर दिया जाता है. इसकी वजह से राजधानीवासियों का सांस लेना मुश्किल हो गया है. ना सड़क को दुरुस्त किया गया और ना ही जलापूर्ति शुरू हुई है. इस पर प्रभारी मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि मामले को दिखवा लिया जाएगा. इस जवाब पर काफी देर तक सदन में गहमागहमी बनी रही. बाद में दखल देते हुए स्पीकर ने नोडल पदाधिकारी नियुक्त करने को कहा.
इसी मसले को आगे बढ़ाते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर बावरी ने कहा कि जूडको की लापरवाही की वजह से परेशानी खड़ी हुई है. पूरे प्रदेश में यही व्यवस्था बनी हुई है. इस पर संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि इस समस्या से हम वाकिफ हैं. इसको लेकर सभी कंपनियों से पत्राचार कर सड़कों को दुरुस्त करने के लिए दिशा निर्देश दिया जाएगा. सीपी सिंह ने कहा कि एक कमेटी बनाना जरूरी है. इसपर संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने आग्रह किया कि तीन सदस्यीय कमेटी बना दी जाए.
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