बूंदी. जिले के हिण्डोली क्षेत्र के तालाबगांव में बजरी के प्रकरण में सीबीआई की जांच चल रही है. हालांकि इसके बावजूद अभी भी बजरी माफिया यहां भारी मात्रा में स्टॉक करने में जुटे हैं. दर्जनों बजरी के डंम्पर व ट्रैलर अवैध बजरी के परिवहन में लिप्त हैं. तालाबगांव में राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर लगे अवैध बजरी के ढेर खुलेआम प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं.
रीको एरिया और तालाबगांव में भारी मात्रा में बजरी का भंडारण सिस्टम पर सवाल खड़े कर रहा है. सरकार की सख्ती के दबाव में प्रशासन बजरी के एकाध ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ कागजी खानापूर्ति कर बड़े सिंडिकेट पर पर्दा डाल देता है. अवैध बजरी के सबसे बड़े जंक्शन तलाबगांव में सीबीआई की दस्तक के बावजूद बजरी का बड़ा स्टाक मिलना, अपने आप में प्रशासन व खनिज विभाग की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर रहा है.
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मामले को लेकर खनिज अभियंता सहदेव सारण ने बताया कि विभाग द्वारा अवैध बजरी परिवहन और भंडारण के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. अवैध बजरी परिवहन व भंडारण पर प्रतिबंध हैं, फिर भी इस तरह की गतिविधियां हो रही हैं, तो अधिक फोर्स के साथ कार्रवाई की जाएगी. वहीं हिंडोली थाना अधिकारी पवन मीणा ने बताया कि अवैध बजरी परिवहन पर लगातार पुलिस कार्रवाई की जा रही है. पिछले 2 माह में 15 से अधिक कार्रवाई कर अवैध बजरी के स्टॉक को जब्त कर खनिज विभाग को सौंपा गया है.