कांकेर : छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खात्मे के लिए जंग लंबे अरसे से जारी है. 4 दशक से जवान और नक्सली आमने सामने की लड़ाई लड़ते आ रहे हैं. लेकिन अब लड़ाई तेज हो गई है. सरकार ने नक्सलवाद के खात्मे की तारीख भी तय कर दी है. मुठभेड़ में बड़ी संख्या में नक्सली मारे जा रहे हैं. वहीं उत्तर बस्तर कांकेर के जंगल में अभी भी 7 करोड़ 12 लाख रुपये के 129 नक्सली छिपे हुए हैं.
जंगल में 129 हार्डकोर नक्सली मौजूद : अभी भी बस्तर के जंगलों में नक्सली मौजूद हैं. उत्तर बस्तर कांकेर की बात करे तो अभी भी 7 करोड़ 12 लाख रुपये के 129 नक्सली जंगलों में छिपे बैठे हैं. जिसमें 57 पुरुष और 72 महिला नक्सली शामिल हैं. आईए बताते हैं किस कैडर में कितने इनामी नक्सली अब भी जंगल की शरण लिए हुए हैं.
- SZC कैडर - 3 नक्सली- 25 लाख प्रति इनामी - कुल 75 लाख
- DVC - 22 नक्सली- 8 लाख प्रति इनामी - कुल 1 करोड़ 76 लाख
- एरिया कमेटी सदस्य - 21 नक्सली- 5 लाख प्रति इनामी - कुल 1करोड़ 5 लाख
- LOS - 33 नक्सली- 1 लाख प्रति इनामी - कुल 33 लाख
- कंपनी नम्बर 05 - 27 नक्सली- 8 लाख प्रति इनामी - कुल 2 करोड़ 16 लाख
- SZC कैडर - 3 नक्सली- 25 लाख प्रति इनामी - कुल 75 लाख
- मिलिट्री प्रशिक्षक सदस्य - 2 नक्सली - 5 लाख प्रति इनामी- कुल 10 लाख
- रेकी/एक्शन टीम सदस्य - 1 नक्सली - 2 लाख प्रति इनामी- कुल 2 लाख
- प्रेस टीम सदस्य - 4 नक्सली- 3 लाख प्रति इनामी - कुल 12 लाख
- टेक्निकल टीम सदस्य - 7 नक्सली- 8 लाख प्रति इनामी - कुल 56 लाख
- टेलर टीम सदस्य - 4 नक्सली- 3 लाख प्रति इनामी - कुल 12 लाख
- सप्लाई टीम सदस्य - 5 नक्सली- 3 लाख प्रति इनामी - कुल 15 लाख
करोड़ों के इनामी नक्सली ढेर : मारे गए नक्सलियों की यदि बात करे तो साल 2024 में कांकेर पुलिस और फोर्स के जवानों ने 2 करोड़ 45 लाख रुपए के 40 नक्सलियों को मार गिराया है. जिसमें 23 पुरुष और 17 महिला नक्सली शामिल हैं. वहीं 16 आईईडी को जवानों ने बरामद कर निष्क्रिय किया है. मारे गए नक्सलियों में डीव्हीसी-02, मिलिट्री कंपनी सदस्य-02, एरिया कमेटी सदस्य-05, पीपीसीएम/एसएमसी कमांडर-01, एलजीएस कमांडर-01, पीपीसीएम/एसएमसी स्टॉफ-11, पीपीसीएम सब जोनल एक्शन टीम कमांडर-01, पीएलजीए सदस्य-09, पार्टी सदस्य-05, जनमिलिशिया सदस्य-03 शामिल हैं.
बस्तर में सबसे ज्यादा नक्सली ढेर : बस्तर ने सबसे ज्यादा लाल आतंक झेला है. यहां की मिट्टी जवानों की शहादत से लाल हुई है. लेकिन अब लाल आतंक के लड़ाकों को मुंह की खानी पड़ रही है. सरकार और जवान लाल आतंक के खात्मे के लिए रणनीति के तहत काम कर रहे हैं. बीते 9 महीने की रिपोर्ट बताती है कि बस्तर संभाग के इलाकों में हुई मुठभेड़ में 207 से अधिक नक्सलियों को जवानों ने मार गिराया है.
नक्सलवाद के खात्मे के लिए डेडलाइन तय : हालांकि केंद्र और राज्य सरकार जवानों के साथ मिलकर नक्सलवाद के खात्मे के लिए लगातार प्रयास कर रही है. जिनकी लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर नजर आने लगी है. इसी का परिणाम है कि कांकेर जिले में नक्सलियों को बड़ा नुकसान भी हुआ है. पुलिस की माने तो आने वाले दिनों में जिले के जंगलों में भटक रहे नक्सलियों के खिलाफ भी अभियान जारी रहेगा.