रीवा। मध्य प्रदेश सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग के मंत्री लखन पटेल शुक्रवार को एक दिवसीय प्रवास पर रीवा आए. इस दौरान उन्होंने बसामन मामा में स्थित गौ अभ्यरण का निरीक्षण किया और भारतीय जनता पार्टी कार्यालय अटल कुंज में आयोजित पत्रकारवार्ता को संबोधित किया. इस दौरान पशु पालन मंत्री ने केंद्र और राज्य सरकार की सरकार के द्वारा चलाए जा रही योजनाओं से जनता को होने वाले फायदे भी गिनाए. वहीं प्रदेश भर में सड़कों पर घूम रहे गौवंश को लेकर मंत्री लखन पटेल ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ने कहा कि, ''प्रदेश की सड़कों से 10 लाख 50 हजार गौवंशों को हटाना एक बड़ा चैलेंज है. इसके लिए एक बड़ी योजना बनाई गई है जिसमें प्रदेश सरकार 10 नए गौ वन्य विहार खोलने जा रही है.''
पशु पालन मंत्री लखन पटेल ने की रीवा में पत्रकारवार्ता
प्रदेश के पशु पालन एवं डेयरी विभाग के मंत्री लखन पटेल ने केन्द्र में तीसरी बार स्थापित हुई एनडीए की सरकार की तारीफ की. उन्होंने कहा कि ''वैश्विक महत्त्व को लगातार तीसरी बार रेखांकित करते हुए तीसरी बार केंद्र में स्पष्ट बहुमत की सरकार है. 2024 का यह चुनाव नीति, नियत निष्ठा और विश्वास का चुनाव रहा है. भारतीय जनता पार्टी के लिए देश के लोगों ने लगातार अपना मत प्रतिशत बढ़ाया है. हमारी कुछ सीटें इधर उधर हुईं लेकिन जनता का आशीर्वाद बढ़ता गया.''
मंत्री ने की केंद्र और राज्य सरकार की सराहना
मंत्री लखन पटेल ने कहा कि, ''प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने निर्णय लिया कि हम विकसित देश को विकासशील देश बनाएंगे. उसके लिए अलग-अलग योजनाएं बनाकर कार्य किए जा रहें हैं. जैसे मध्यप्रदेश का बजट हो या देश का बजट हो वह जब तक सुदृढ़ नहीं होगा तब तक देश और प्रदेश का विकास हो पाना संभव नहीं है. 65 हजार करोड़ से अधिक का बजट पेश किया, जिसकी खूबसूरती यह है कि, ''एक पैसे का भी अतिरिक्त टैक्स सरकार ने नहीं लगाया.''
एमपी की सड़कों में घूम रहे 10 लाख 50 हजार गौवंश
सालों से सड़कों पर घूम रहे आवारा गौवंशों के सवाल पर मंत्री लखन पटेल ने कहा कि, ''यह बहुत बड़ा सवाल है. हाल ही में मध्यप्रदेश में सर्वे कराया गया था जिसमें सड़कों में घूमने वाले गौवांशों की संख्या लगभग 10 लाख 50 हजार है और इसमें से 60 प्रतिशत गौवंश ऐसे है जो की पशु पालकों के है. उन्होंने दूध लगाया और उन्हें छोड़ दिया.''
10 नए गौ वन्य विहार बनाए जाएंगे
पशु पालन मंत्री लखन पटेल ने कहा कि, ''हम सड़कों में घूम रहे गौवंशों के लिए 10 नए गौ वन्य विहार बनाने जा रहे हैं. सड़कों से गौमाता को अलग करना हमारे लिए एक बड़ा चैलेंज है. कई बार तो गौवंश सड़क हादसे का शिकार होते हैं और उसके कारण वहां से गुजरने वाले लोग भी दुर्घटना का शिकार होते हैं. जिसमें उनकी जान तक चली जाती है. हमारा प्रयास होगा कि 2 साल के भीतर गोवंश सड़कों पर ना दिखाई दें.''