रांची: एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अनगड़ा अंचल कार्यालय के राजस्व उप निरीक्षक कुलदीप साहू को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. कुलदीप साहू के द्वारा एक व्यक्ति से म्यूटेशन के लिए 1.40 लाख रुपए की मांग की गई थी. जिसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो में की गई थी.
क्या है पूरा मामला
रांची के अनगड़ा के रहने वाले मनोज मुंडा ने अपनी पुश्तैनी जमीन के म्यूटेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन अनगड़ा अंचल में साल 2023 में ही किया था. म्यूटेशन के लिए मनोज लगातार अंचल कार्यालय में दौड़ लगा रहे थे. अंचल कार्यालय के राजस्व उप निरीक्षक कुलदीप साहू जब मनोज से मिले तो कुलदीप ने मनोज से एक हजार प्रति डिसमिल के हिसाब से रिश्वत की मांग की. कुलदीप के द्वारा मनोज को स्पष्ट कहा गया कि जब तक पैसे नहीं दिए जाएंगे तब तक उनका मोटेसन नहीं होगा. मनोज के द्वारा जब यह कहा गया कि वह इतने पैसे देने में सक्षम नहीं है तब कुलदीप ने बताया कि जिस जमीन का जरूरी है उसी का म्यूटेशन कराओ तुम्हारे लिए पर 800 रुपये पर डिसमिल कर दिया जाएगा. मनोज से कुलदीप साहू के द्वारा कुल एक लाख 40 हजार रुपए की मांग की गई. कुलदीप ने मनोज को यह भी कहा कि अगर अभी पूरा पैसा नहीं है तो फिलहाल एक लाख जमा कर दो 20-25 हजार से कुछ नहीं होने वाला है.
एसीबी को दिया आवेदन
थक हारकर मनोज मुंडा ने पूरे मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो में की. मामला संज्ञान में आने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो के द्वारा एक टीम भेज कर मामले का सत्यापन करवाया गया तो वह सत्य निकला. मनोज मुंडा के द्वारा दिए गए आवेदन के आलोक में मंगलवार को एसीबी की टीम ने कलर लगे 10 हजार रुपए देकर मनोज मुंडा को कुलदीप को देने के लिए भेजा गया. पास में ही एसीबी की टीम भी मौजूद थी, जैसे ही मनोज ने कुलदीप को पैसा दिया उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया.
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