सोलन: हिमाचल प्रदेश में 27 जून से मानसून की शुरूआत हो चुकी है. ऐसे में अब नदी-नालों और खड्डों के पास जाना खतरे से खाली नहीं है. बरसात के समय अकसर नदी-नालों में अचानक जलस्तर बढ़ने और बहाव तेज होने की आशंका बनी रहती है, ऐसे में नदी-नालों और खड्डों के किनारे जान-माल का खतरा भी बढ़ जाता है. लोगों की जान के साथ कोई खिलवाड़ न हो, इसको देखते हुए डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने जिले में नदी-नालों एवं खड्डों के किनारे न जाने के आदेश जारी किए हैं.
नदी-नालों के पास जाने पर प्रतिबंध
डीसी सोलन मनमोहन शर्मा के इन आदेशों के मुताबिक अब सोलन जिले की सीमा पर अश्वनी खड्ड में और इसके दोनों किनारों के आसपास, गांव सेर बनेड़ा में गिरि नदी पुल पर गिरि नदी के किनारे स्थित शनि मंदिर के पास और आस-पास के क्षेत्र में सभी तरह की अनाधिकृत पर्यटन और व्यावसायिक गतिविधियों को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है. लोगों को नदी-नालों के आसपास भी जाने से साफ मनाही की गई है.
अश्वनी खड्ड और गिरि नदी से दूर रहने के आदेश
सोलन जिले में मानसून के दौरान अश्वनी खड्ड और गिरि नदी में नहाने और इनके किनारों पर पिकनिक मनाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. डीसी सोलन ने आदेश में स्पष्ट किया है कि बरसात के मौसम में भारी बारिश के कारण नदी-नालों के किनारे जाना खतरनाक सिद्ध हो सकता है. अकसर देखा गया है कि पर्यटक नदी और खड्डों में नहाने के लिए चले जाते हैं. ऐसे में किसी भी कारण से नदी के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी होने पर पर्यटकों की जान पर खतरा मंडराने लगता है.
उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने स्थानीय पुलिस को जिला पर्यटन अधिकारी के साथ सक्रिय समन्वय स्थापित करते हुए इन आदेशों को पूरी तरह से लागू के निर्देश दिए हैं. ये आदेश तुरंत प्रभाव से जिले में लागू हो गए हैं और अगले दो महीने तक प्रभावी रहेंगे. डीसी सोलन ने बताया कि इन आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
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